
'मैं प्रतिज्ञा करता हूं, इजरायल दुनिया की किसी ताकत के सामने नहीं झुकेगा...', बेंजामिन नेतन्याहू की अमेरिका को दो टूक
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बेंजामिन नेतन्याहू ने देश के वार्षिक होलोकॉस्ट रिमेंबरेंस डे पर एक उग्र भाषण में कहा कि दुनिया के एकमात्र यहूदी देश इजरायल के प्रधानमंत्री के रूप में, मैं आज यरूशलेम से प्रतिज्ञा करता हूं, अगर इजरायल को अकेले खड़े होने के लिए मजबूर किया गया, तो वह अकेला खड़ा होगा.
गाजा में युद्ध रोकने के अंतरराष्ट्रीय दबाव को खारिज करते हुए प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने घोषणा की है कि अगर इजरायल को अकेले खड़ा रहने के लिए मजबूर किया गया, तो वह अकेले खड़ा रहेगा लेकिन अपनी आत्मरक्षा करने से पीछे नहीं हटेगा. नेतन्याहू ने यह टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के उस बयान के बाद की, जिसमें उन्होंने कहा कि गाजा के दक्षिणी शहर राफा पर हमले के लिए वाशिंगटन इजरायल को आक्रामक हथियार नहीं प्रदान करेगा.
बेंजामिन नेतन्याहू ने देश के वार्षिक होलोकॉस्ट रिमेंबरेंस डे पर एक उग्र भाषण में कहा, 'दुनिया के एकमात्र यहूदी देश इजरायल के प्रधानमंत्री के रूप में, मैं आज यरूशलेम से प्रतिज्ञा करता हूं, अगर इजरायल को अकेले खड़े होने के लिए मजबूर किया गया, तो वह अकेला खड़ा होगा. लेकिन हम जानते हैं कि हम अकेले नहीं हैं, क्योंकि दुनिया भर में अनगिनत सभ्य लोग हमारे उचित उद्देश्य का समर्थन करते हैं और मैं आपसे कहता हूं कि हम अपने नरसंहारक दुश्मनों को हराकर रहेंगे.'
इजरायली पीएम ने कहा, 'अस्सी साल पहले होलोकॉस्ट में, जब यहूदी उनके सामने (हिटलर की नाज़ी सेना) पूरी तरह असहाय थे जो हमारा विनाश चाहते थे, तब कोई भी देश हमारी सहायता के लिए आगे नहीं आया था. आज, हम फिर से हमारे विनाश पर आमादा दुश्मनों का सामना कर रहे हैं. मैं दुनिया के नेताओं से कहता हूं, किसी भी अंतरराष्ट्रीय मंच का कोई भी दबाव, कोई भी फैसला इजरायल को अपनी रक्षा करने से नहीं रोक पाएगा. अगर हमें अकेले खड़ा होना पड़ेगा तो हम अकेले खड़े रहेंगे. अगर हमें जरूरत पड़ी तो हम अपने नाखूनों से भी लड़ेंगे. लेकिन हमारे पास नाखूनों के अलावा भी बहुत कुछ है.'
योम हाशोआ वह दिन है जिसे इजरायल नाज़ी जर्मनी और उसके सहयोगियों द्वारा नरसंहार में मारे गए 6 मिलियन यहूदियों की याद में मनाता है. इस दिन का पूरा नाम 'योम हशोआ वे-हगेवुराह' है - जिसका शाब्दिक अर्थ है 'प्रलय और वीरता का (याद करने का) दिन'. बता दें कि 7 अक्टूबर, 2024 को हमास के करीब 2500 लड़ाके गाजा पट्टी पार करके इजरायली सीमा में घुस आए थे और कत्लेआम मचाया था. हमास के हमलों में कम से कम 1,200 इजरायली मारे गए और 240 नागरिकों को बंधक बना लिया गया, जिनमें कुछ विदेशी भी शामिल थे.
इसके बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई शुरू की और गाजा पट्टी को खंडहर में बदल दिया. इजरायल ने हमास को खत्म करने की कसम खायी है और इस लक्ष्य के साथ गाजा में हमास के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया. अब उसने गाजा में अपना ऑपरेशन समाप्त करने के बाद राफा शहर पर हमला बोला है. इजरायल का कहना है कि हमास के शीर्ष कमांडरों ने यहां पनाह ले रखी है और वह उन्हें ढूंढ कर खत्म करेगा. गाजा युद्ध में अब तक 35000 के करीब लोगों की जान जा चुकी है और लाखों विस्थापित हुए हैं. अमेरिका राफा में इजरायली ऑपरेशन का विरोध कर रहा है. उसका कहना है कि इससे क्षेत्र में मानवीय संकट और बढ़ेगा.

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