
महाराजगंज जिले के गांवों में किसे मिली प्रधानी की कुर्सी, कौन-कितने वोटों से हारा-जीता?
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महाराजगंज से पंचायत चुनाव के नतीजे आ गए हैं. यहां धानी ब्लॉक के कानापार वार्ड संख्या 1 से 4 पर हो रहे क्षेत्र पंचायत सदस्य के चर्चित चुनाव में फरेंदा विधायक बजरंग बहादुर सिंह के भाई की पत्नी सरिता सिंह चुनाव हार गईं. इस सीट से पूर्व प्रधान गोपाल सिंह विजयी हुए हैं.
महाराजगंज: महाराजगंज से पंचायत चुनाव के नतीजे आ गए हैं. यहां धानी ब्लॉक के कानापार वार्ड संख्या 1 से 4 पर हो रहे क्षेत्र पंचायत सदस्य के चर्चित चुनाव में फरेंदा विधायक बजरंग बहादुर सिंह के भाई की पत्नी सरिता सिंह चुनाव हार गईं. इस सीट से पूर्व प्रधान गोपाल सिंह विजयी हुए हैं. इस क्षेत्र में प्रधानी व जिला पंचायत से अधिक रोचक चुनाव इस क्षेत्र पंचायत सदस्य का था. मतगणना के बाद विजयी गोपाल सिंह को 531 मत मिले, जबकि सरिता सिंह को 354 मतों से ही संतोष करना पड़ा. किस ब्लॉक में किसे मिले जीते, यहां देख सकते हैं-नौतनवा ब्लॉक से 1-महुअवा- संगीता चौधरी- 3 वोट से 2- गजरही- प्रमिला देवी- 91 वोट से 3- खैराटी - विन्द्रावती देवी- 28 वोट से 4- जारा-- सोनी पासवान- 143 वोट से 5- सिरसिया खास- इन्दूमती- 160 वोट से 6- बैकुन्ठपुर-- इन्द्रावती देवी- 266 वोट से 7- असुरैना-- विजयनाथ- 76 वोट से 8- कोहरगड्डी -- वृजेश प्रसाद- 70 वोट से 9- हरपुर पाठक-- शिवनाथ गोड- 3 वोट से 10- शीशमहल -- रामजीत- 80 वोट से 11- लक्ष्मीनगर -- अखिलेश 12- नरकटहा - कमलावती देवी- 160 वोट से 13- झिंगटी- आरिफ- 96 वोट से 14-मुडिला- रामबेलस-36 मत से 15-सम्पतिहा-इश्रवती देवी 16-दोगहरा- मनोज 17-कोहड़वाल- दीपक 18-मनिकापुर-उमेश 19- जमुहानी- कांग्रेस 20- बरवा भोज - कोदई 21- तारैनी-मीरा देवी 22- पोखरभिंडा- मजेदुनिशा 23- कौलही- दुर्गेश 24-लक्ष्मीनगर- अखिलेश 25-कैथवलिया- दिलीप 26-शेष फरेंदा- राम बचन 27-छपवा - दुर्गावती 28- हरपुर-गोपी 29- परसामालिक-गणेश 244 मतों से जीते 30- आराजी सरकार उर्फ बैरियहा- अमिता 20 मतों से जीती 31-सिसवा उर्फ खोरिया - अनिल 133 मतों से जीते 32- पुरैनिहा -ममता मिश्रा 305 मतों से जीती 33- बगहा - रमुद्दीन 117 मतों से जीते 34-देवघट्टी - अजय 85 मतों से जीते 35- हरदी डाली -गोपाल नारायण 132 मतों से जीते 36- अमहवा - अख्तर राजा 349 मतों से जीते 37- पड़ौली - अनिल 370 मतों से जीते 38- विशुन पूरा- गीता देवी 165 39- पैसिया बाबू- सरिता देवी 188 मतों से जीत दर्ज की 40- गणेश पुर 1- वीरेन्द्र 80 मतों से जीत दर्ज की 41-परसा सुमाली-शुभवती देवी 69 मतों से जीती 42-खनुआ - आशा देवी 52 मतों से जीती 43- बरवा कला - पूनम 119 मतों से जीती 44- बरवा खुर्द-बबिता 29 वोट से जीती 45-बरगदवा उर्फ गौनारिया- बिष्णु 182 मतों से 46- सोन पिपरी - अभय 16 मतों से जीते 47-सुकरौली उर्फ अरघा- रामशंकर 40 मतों से जीते 48- नारायन पुर- जयप्रकाश 24 मतों से जीत 49- मर्यादा पुर- अब्दुल बाकी 188 मतों से जीते 50- रामनगर -कृपाल 198 मतों से जीते 51- रतनपुर - अनिता देवी 152 मतों से जीती 52- गजरहा - कैलाश 6 वोट से जीते 53- दुर्गापुर- राहहुवार 41 मतों से जीते 54- अहिरॉली- नुरुल्लाह 128 मतों से जीती 55- भगतपुरा - रीता 367 मतों से जीती 56- चंडी थान- लक्खी 120 मतों से जीते
INS Aridaman: भारतीय नौसेना जल्द ही अपनी सबसे एडवांस्ड न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन INS अरिदमन को फ्लीट में शामिल करने वाली है. नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने पुष्टि की है कि यह पनडुब्बी अब अंतिम ट्रायल्स में है. जल्दी ही ऑपरेशनल हो जाएगी. अरिहंत-क्लास की यह तीसरी SSBN सबमरीन अब तक की सबसे शक्तिशाली मानी जा रही है. जो भारत की परमाणु क्षमता को एक नए स्तर पर पहुंचाने वाली है.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.








