
बनना चाहते हैं एंटरप्रेन्योर, तो याद रखें Oyo के फाउंडर रितेश अग्रवाल की ये सलाह
AajTak
Oyo के फाउंडर और सीईओ रितेश अग्रवाल देश के उन गिने-चुने एंटरप्रेन्योर में से हैं, जिन्होंने बहुत कम उम्र में बड़ा मुकाम हासिल किया. हाल ही में ट्वविटर पर अपने Oyo के अनुभवों को साझा किया, उनकी ये बात किसी भी यंग एंटरप्रेन्योर के लिए बड़ी काम की साबित हो सकती है.
Oyo के फाउंडर और सीईओ रितेश अग्रवाल देश के उन गिने-चुने एंटरप्रेन्योर में से हैं, जिन्होंने बहुत कम उम्र में बड़ा मुकाम हासिल किया. हाल ही में ट्वविटर पर अपने Oyo के अनुभवों को साझा किया, उनकी ये बात किसी भी यंग एंटरप्रेन्योर के लिए बड़ी काम की साबित हो सकती है. रितेश अग्रवाल ने कहा कि Oyo के शुरुआती दिनों में लगभग 80% वेंचर कैपिटलिस्ट ने उनके प्रोजेक्ट में पैसा लगाने से मना कर दिया था. एक एंटरप्रेन्योर के तौर पर आपको रिजेक्शन के लिए तैयार रहना चाहिए क्योंकि ये आपकी जिंदगी में कई बार आएगा. लेकिन उनके हिसाब से एक बात और याद रखनी चाहिए... During my early days at OYO, nearly 80% of the VCs I wrote to rejected me. As an entrepreneur you are going to face rejection most of the time, get used to it. But the few moments where people are willing to give you time, are the ones that matter. Make the most of them. Oyo के फाउंडर रितेश अग्रवाल ने कहा कि 80% लोगों का ना बोलना उतना मायने नहीं रखता. बल्कि एंटरप्रेन्योर बनने की राह में कुछ पल ऐसे आते हैं जहां लोग आपको टाइम देना चाहते हैं. बस वही सबसे ज्यादा मायने रखता है. उन सभी को पूरी तरह अपने साथ रखें.
भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.

iQOO 15 भारत में लॉन्च हो चुका है. हफ्ते भर यूज करने के बाद हमें ये कैसा लगा. इस रिव्यू में बताएंगे. आम तौर पर iQOO की इमेज गेमिंग स्मार्टफोन वाली है. लेकिन इस बार चीजें थोड़ी बदली हैं. इस रिव्यू मे जानेंगे कि ये फोन कैसा परफॉर्म करता है. पेपर पर ये फोन पावरफुल लगता है, लेकिन क्या असलियत में ये अच्छा परफॉर्म कर रहा है? आइए जानते हैं.










