पेगासस जासूसी मामले पर सुनवाई आज, जांच पैनल की रिपोर्ट पर विचार कर सकता है सुप्रीम कोर्ट
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सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका के मुताबिक, पेगासस के जरिए 2019 में ही भारत में कम से कम 1400 लोगों के पर्सनल मोबाइल या सिस्टम की जासूसी हुई है.
सुप्रीम कोर्ट आज पेगासस जांच मामले में सुनवाई करेगा. चीफ जस्टिस एनवी रमणा, जस्टिस एल नागेश्वर राव और जस्टिस हिमा कोहली की पीठ सुनवाई करेगी. भारत के मुख्य न्यायाधीश एन वी रमना की अध्यक्षता वाली पीठ सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति आर वी रवींद्रन की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा प्रस्तुत अंतरिम रिपोर्ट पर विचार कर सकती है.
मामले से जुड़े लोगों के अनुसार, रिपोर्ट अंतरिम है क्योंकि इसके कुछ पहलुओं का विश्लेषण किया जाना बाकी है. जांच समिति अपनी रिपोर्ट दर्ज करने के लिए कोर्ट से और समय मांग सकती है क्योंकि कमेटी ने 18 अप्रैल को सभी राज्यों के डीजीपी को पत्र लिखकर पूछा था कि क्या उन्होंने इजरायली स्पाइवेयर खरीदा है.
1400 लोगों की जासूसी का दावा
सुप्रीम कोर्ट में भी दायर याचिका के मुताबिक इसके जरिए 2019 में ही भारत में कम से कम 1400 लोगों के पर्सनल मोबाइल या सिस्टम की जासूसी हुई है. दावा किया गया है कि 40 मशहूर पत्रकार, विपक्ष के तीन बड़े नेता, संवैधानिक पद पर आसीन एक महानुभाव, केंद्र सरकार के दो मंत्री, सुरक्षा एजेंसियों के कई आला अफसर, दिग्गज उद्योगपति भी शामिल हैं.
ये 13 रख चुके हैं अपना पक्ष
समिति के सामने अब तक वरिष्ठ पत्रकार एन राम, सिद्धार्थ वरदराजन और प्रांजॉय गुहा ठाकुरता समेत 13 लोगों ने अपना पक्ष रखा था. पेगासस सॉफ्टवेयर जासूसी से प्रभावित होने का दावा करने वालों में से दो लोगों ने अपने मोबाइल फोन फॉरेंसिक जांच के लिए कमेटी को सौंपे हैं.
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