
पंजाब के CM चरणजीत सिंह चन्नी को लखीमपुर खीरी जाने की नहीं मिली इजाजत; गवर्नर को सौंपा मेमोरेंडम
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मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को राजभवन में गवर्नर बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात कर लखीमपुर खीरी में हुई किसानों की मौत और पूरे घटना की जांच कर इंसाफ करने का मुतालबा किया गया है.
चंडीगढ़ः पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को राजभवन में गवर्नर बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात कर उन्हें एक मेेमोरेंडम सौंपा. मेमोरेंडम में लखीमपुर खीरी में हुई किसानों की मौत और पूरे घटना की जांच कर इंसाफ करने का मुतालबा किया गया है. इसके साथ ही केंद्र सरकार के जरिए बनाए गए तीन कृषि कानूनों को भी वापस लेने की मांग की गई. इस मौके पर मुख्यमंत्री चन्नी के साथ उनके कैबिनेट के कुछ मंत्री भी मौजूद थे. इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा को सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार ने लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत देने से इनकार कर दिया था. उत्तर प्रदेश सरकार ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू होने का हवाला देते हुए अनुमति देने से मना कर दिया. इस धारा के तहत पांच से ज्यादा लोगों के जमा होने पर पाबंदी रहती है. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की लखीमपुर दौरे से पहले इतवार को किसानों और भाजपा नेता की गाड़ी से हुई दुर्घटना के बाद हुए हिंसक झड़प में आठ लोगों की मौत हो गई थी. महलूकीन में किसान और भाजपा कार्यकर्ता शामिल हैं. Submitted a detailed memorandum to Punjab Governor Banwarilal Purohit at Raj Bhawan along with my Cabinet colleagues to further send the same to PM for ensuring justice in the Lakhimpur incident and also reiterated the need to urgently repeal the three farm laws.
— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI)

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