
नरक है... बंधकों को किस हालत में रखा? Hamas के चंगुल से छूटी इजरायली महिला ने बताया
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Hamas Hostages: 85 साल की योशेव लिफशिट्ज को सोमवार रात 79 साल की नुरित कूपर के साथ रिहा किया गया है. दोनों को हमास ने रेड क्रॉस के हाथों सौंपा. जिसके बाद इन्हें अस्पताल ले जाया गया.
हमास के चंगुल से छूटकर आई 85 साल की इजरायली महिला ने हैरान कर देने वाली बातें बताई हैं. उन्होंने बताया कि गाजा में बंधकों को किन परिस्थितियों में रखा गया है. महिला ने कहा कि आतंकियों ने बंधकों को सुरंगों में रखा है. ये सब एक नरक जैसा है. योशेवड लिफशिट्ज दो हफ्ते तक हमास के कब्जे में थीं. उन्होंने बताया कि आतंकियों ने बंधक बनाकर रखे जाने के दौरान उन्हें मारा और घसीटा. लिफशिट्ज को सोमवार रात 79 साल की नुरित कूपर के साथ रिहा किया गया. दोनों को रेड क्रॉस के हाथों सौंपे जाने के बाद अस्पताल में भर्ती होना पड़ा.
द सन की रिपोर्ट के अनुसार, हमास की तरफ से कहा गया कि उसने मानवीय कारणों के चलते दोनों को छोड़ा है. लेकिन इनके 83 और 84 साल के पति अब भी बंधक हैं. व्हीलचेयर पर बैठी लिफशिट्ज ने तेल अवीव के अस्पताल के बाहर अपनी आपबीती सुनाई है. उन्होंने कहा कि मैं उस डरावने सपने से निकलकर आई हूं, जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी. मेरे दिमाग में बार बार वही तस्वीरें उभर रही हैं. उन्होंने मेरी पस्लियां तो नहीं तोड़ीं लेकिन उस हिस्से में बहुत दर्द हो रहा है. मुझे सांस लेने में तकलीफ हो रही है. उन्होंने मेरी घड़ी और ज्वेलरी चोरी कर ली.
लिफशिट्ज को उनके खेतों से अगवा किया गया था. उन्हें फिर मोटरसाइकिल से बांधकर गाजा ले जाया गया. उन्हें आतंकियों ने 7 अक्टूबर को अगवा किया था. इसी दिन उन्होंने सुबह के वक्त इजरायल पर रॉकेट हमले किए थे. इसके बाद आतंकियों ने देश के अंदरूनी हिस्से में घुसकर लोगों के साथ नरसंहार किया. साथ ही करीब 200 लोगों को बंधक बनाकर ले गए. अब लिफशिट्ज ने बताया कि गाजा ले जाए जाने के बाद बंधकों को कई किलोमीटर तक गीली जमीन पर चलाने के बाद सुरंगों में ले जाया गया. उन्हें 25 अन्य बंदियों के साथ गद्दे पर सोना पड़ा. उन्होंने बताया कि पूरे दिन खाने के लिए ब्रेड, हार्ड चीज, थोड़ा लो फैट क्रीम चीज और खीरा ही मिलता था. आतंकी भी यही खाते थे. अपने अनुभव की तुलना नरक से करते हुए लिफशिट्ज ने कहा कि हमास पूरी तरह तैयार दिखा. इस ऑपरेशन की योजना लंबे वक्त से बन रही थी. उसने ऐसा कर सबक सिखाने की कोशिश की है. इजरायल पर आरोप लगाते हुए लिफशिट्ज ने कहा कि हमास ने पहले ही चेतावनी दे दी थी, जिसे नजरअंदाज किया गया. बता दें, हमास के हमले में इजरायल के 1300 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. वहीं गाजा पर किए गए जवाबी हमलों में 5000 से अधिक फलस्तीनियों मारे गए हैं.

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