
दिग्गज अदाकार कबीर बेदी ने क्यों कहा, हॉलीवुड सिर्फ एक भ्रम है और इसने मुझे तबाह कर दिया
Zee News
नई दिल्लीः बाॅलीवुड के दिग्गज अदाकार कबीर बेदी का कहना है कि हॉलीवुड पहाड़ी पर बने एक मशूहर निशान की तरह है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी फिल्मों का प्रतिनिधित्व करने वाला यह एक लफ्ज है और लाखों लोगों के लिए काल्पनिक दुनिया, लेकिन इसने मुझे तबाह कर दिया. हॉलीवुड को उन्होंने सिर्फ एक भ्रम करार दिया है.
नई दिल्लीः बाॅलीवुड के दिग्गज अदाकार कबीर बेदी का कहना है कि हॉलीवुड पहाड़ी पर बने एक मशूहर निशान की तरह है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी फिल्मों का प्रतिनिधित्व करने वाला यह एक लफ्ज है और लाखों लोगों के लिए काल्पनिक दुनिया, लेकिन इसने मुझे तबाह कर दिया. हॉलीवुड को उन्होंने सिर्फ एक भ्रम करार दिया है. हॉलीवुड का नाम लेते ही बेदी को विदेश में बनी अपनी कई फिल्मों और टेलीविजन सीरीज की याद आ जाती है, लेकिन उनका कहना है कि इससे वह अमेरिका में एक स्टार नहीं बन सके. अदाकार ने अपने संस्मरण ’’स्टोरीज आई मस्ट टेल- द इमोशनल जर्नी ऑफ ए एक्टर’’ में यह लिखा है. बेदी ने अपने संस्मरण में लिखा है कि हॉलीवुड ने मुझे तबाह कर दिया था लेकिन इटली और भारत ने मुझे फिर से जिंदा किया. दिल और रूह के करीब कुछ रोचक किस्सों का जिक्र इस किताब में बेदी ने अपने दिल और रूह के करीब कुछ रोचक किस्सों का जिक्र किया है. बेदी ने कहा कि वे अशांत समय की भावनात्मक कहानियां हैं. इसके अलावा वे एक अभिनेता के रूप में मेरी अशांत यात्रा की कहानी हैं.’’ वेस्टलैंड के जरिए प्रकाशित कबीर बेदी की यह किताब पाठकों को बेदी के पेशेवर और जाती जिंदगी के उतार-चढ़ाव, शादी और तलाक सहित उनके प्रेम संबंधों के अलावा भारत, यूरोप और हॉलीवुड में फिल्म, टेलीविजन और थिएटर में उनके रोमांचक दिनों के बारे में जानकारी देती है. बेदी ने रोजर मूर के साथ फिल्म ’’ऑक्टोपसी’’, माइकल केन के साथ ’’अशांति’’, रॉडी मैकडोवाल के साथ ’’द थीफ ऑफ बगदाद’’ और केविन रेनॉल्ड्स के जरिए निर्देशित ’’द बीस्ट ऑफ वॉर’’ जैसी फिल्मों में अदाकारी की है.
Indian Navy Women Officers: भारतीय नौसेना आज के समय दुनिया में सबसे ताकतवर और खतरनाक सेनाओं में अपना नाम बनाए हुए है. नौसेना ने कई बार देश की सुरक्षा और मिशनों में बड़ी भूमिका निभाई है. दुश्मनों को जवाब देने के लिए नौसेना हमेशा तैयार रहती है. नौसेना में कई ऐसी महिलाएं भी हैं जिन्होंने अपने दम पर इतिहास में नाम दर्ज कराया है.

INS Aridaman: भारतीय नौसेना जल्द ही अपनी सबसे एडवांस्ड न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन INS अरिदमन को फ्लीट में शामिल करने वाली है. नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने पुष्टि की है कि यह पनडुब्बी अब अंतिम ट्रायल्स में है. जल्दी ही ऑपरेशनल हो जाएगी. अरिहंत-क्लास की यह तीसरी SSBN सबमरीन अब तक की सबसे शक्तिशाली मानी जा रही है. जो भारत की परमाणु क्षमता को एक नए स्तर पर पहुंचाने वाली है.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?








