
तालिबान के 'हिमायती' पाकिस्तान ने खौफ में उठाया ये कदम
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विदेशी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान पर निगरानी के लिए पाकिस्तान ने अमेरिका को अपना एयरबेस नहीं मुहैया कराया. लेकिन अफगानिस्तान में तालिबान की बढ़ती ताकत के बीच पाकिस्तान अपनी सीमा सुरक्षा को लेकर चिंतित हो उठा है. पाकिस्तान ने अफगान सीमा चौकियों पर सैनिकों को तैनात कर दिया है.
विदेशी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान पर निगरानी के लिए पाकिस्तान ने अमेरिका को अपना एयरबेस नहीं मुहैया कराया. लेकिन अफगानिस्तान में तालिबान की बढ़ती ताकत के बीच पाकिस्तान अपनी सीमा सुरक्षा को लेकर चिंतित हो उठा है. अफगानिस्तान में तनाव बढ़ने की वजह से पाकिस्तान ने सीमा पर अग्रिम चौकियों पर नियमित रूप से सैनिकों को तैनात कर दिया है. डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक आंतरिक मंत्री शेख राशिद अहमद ने शनिवार को बताया कि पाकिस्तान ने सीमा पर अग्रिम चौकी से फ्रंटियर कांस्टेबुलरी, लेविस फोर्स और अन्य सुरक्षा बलों को हटा दिया है. इनकी जगह सेना की तैनाती की गई है. पाकिस्तान अफगान सरकार में तालिबान को शामिल किए जाने का हिमायती रहा है. (फाइल फोटो-रॉयटर्स) बहरहाल, अमेरिका और नाटो सैनिक अफगानिस्तान से अपने सैनिकों की वापसी को पूरा करने के कगार पर हैं. शेख राशिद अहमद ने कहा कि फ्रंटियर कांस्टेबुलरी बलूचिस्तान और गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाले अन्य सुरक्षा बल के जवानों को सीमा पर गश्त से वापस बुला लिया गया है. (फोटो-Getty Images)
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.

अब लगभग चार घंटे बाकी हैं जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर पहुंचेंगे. उनका विमान शाम 6 बजकर 35 मिनट पर दिल्ली एयरपोर्ट पर आएगा. करीब चार साल बाद पुतिन भारत आ रहे हैं, जो 2021 में भारत आने के बाद पहली बार है. इस बीच पुतिन के भारत दौरे से पहले MEA ने दोनों देशों के संबंध का वीडियो जारी किया है.

रूस के राष्ट्रपति पुतिन के गुरुवार को भारत दौरे को लेकर हलचल तेज हो चुकी है. इस बीच आजतक ने रूस में ही राष्ट्रपति पुतिन का एक्स्क्लूसिव इंटरव्यू लिया. इस दौरान उनसे अगस्त-सितंबर में चीन के तियानजिन में हुए 25वें शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के दौरान उस वायरल तस्वीर के बारे में पूछा गया, जिसमें उन्होंने वे प्रधानमंत्री मोदी के साथ कार में जाते हुए नजर आए थे. क्या था वो पूरा वाकया, जानने के लिए देखें वीडियो.







