चीन के शेयर बाज़ारों में मंदी का डर क्या भारत के लिए ख़ुशख़बरी है?
BBC
चीन के शेयर बाज़ार में पिछले कुछ समय में गिरावट आई है, वहीं भारत में बाज़ार आसमान छू रहा है. कोरोना महामारी से लड़ती भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए ये कैसे बड़ा अवसर साबित हो सकता है.
चीन की सरकार, चीन की बड़ी कंपनियों, वहां के शेयर बाज़ार और दुनिया भर के निवेशकों के बीच तनातनी चल रही है या शतरंज की बाज़ी, कहना मुश्किल है. अगर आपने चाइनीज़ चेकर्स खेला है तो समझिए वैसा ही कुछ चल रहा है, कब कौन किस तरफ़ से, किसके ऊपर से चाल चल देगा पता नहीं. एक तरफ़ चीनी सरकार अपनी कंपनियों को टाइट कर रही है. राष्ट्रपति शी जिन पिंग ने पिछले हफ़्ते कहा कि सरकार को कंपनियों को रास्ता दिखाना चाहिए कि वो कम्युनिस्ट पार्टी की आज्ञा का पालन करें. उधर, सरकार ने टेक्नोलॉजी कंपनियों में आपसी मुक़ाबले के लिए कड़े नियम लागू कर दिए हैं. एक बड़ी प्रॉपर्टी कंपनी के अफ़सरों को बुलाकर कंपनी का भारी क़र्ज़ घटाने के लिए चेताया है और ख़बरें हैं कि जल्दी ही शराब कंपनियों की भी बारी आनेवाली है. इससे पहले स्टील, ई कॉमर्स और शिक्षा या ऑनलाइन एजुकेशन के काम में लगी कंपनियों पर कोड़ा फटकारा जा चुका है.More Related News