'क्या भारत के पीएम पढ़े-लिखे होने चाहिए?' दिल्ली में एक बार फिर लगे पोस्टर
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इससे पहले देश की राजधानी दिल्ली में पीएम मोदी के खिलाफ विवादास्पद पोस्टर लगाए गए थे.पोस्टर्स पर प्रिटिंग प्रेस की डिटेल्स न होने के मामले में कुल 138 एफआईआर दर्ज की गई थीं. इनमें से 36 मामले पीएम मोदी के खिलाफ विवादित पोस्टर को लेकर दर्ज किए गए थे. इतना ही नहीं पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार भी किया था.
दिल्ली में एक बार फिर पोस्टर्स लगाए गए हैं. इन पोस्टर्स में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा गया है. इन पोस्टर्स में लिखा है, क्या भारत के पीएम पढ़े लिखे होने चाहिए? ये पोस्टर आम आदमी पार्टी के दफ्तर के बाहर और आईटीओ मेट्रो स्टेशन के बाहर लगाए गए हैं.इससे पहले दिल्ली में 'मोदी हटाओ देश बचाओ' के पोस्टर्स लगाए गए थे. इसे लेकर दिल्ली पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी.
इससे पहले देश की राजधानी दिल्ली में पीएम मोदी के खिलाफ विवादास्पद पोस्टर लगाए गए थे.पोस्टर्स पर प्रिटिंग प्रेस की डिटेल्स न होने के मामले में कुल 138 एफआईआर दर्ज की गई थीं. इनमें से 36 मामले पीएम मोदी के खिलाफ विवादित पोस्टर को लेकर दर्ज किए गए थे. इतना ही नहीं पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार भी किया था.
दिल्ली पुलिस ने बताया था, इन पोस्टर्स पर प्रिटिंग प्रेस की डिटेल्स नहीं थी, यह नियमों का उल्लंघन है. इसे लेकर पुलिस ने डिफेसमेंट एक्ट और प्रिंटिंग प्रेस एक्ट के तहत एक्शन लेते हुए छह लोगों को गिरफ्तार किया.
AAP दफ्तर से निकली वैन में बरामद हुए थे पोस्टर
पुलिस ने बताया था कि आप दफ्तर से निकली एक वैन में 10 हजार से ज्यादा ऐसे पोस्टर्स जब्त किए गए थे. इन पर लिखा था, मोदी हटाओ देश बचाओ. इन पोस्टर्स पर न तो प्रिंटिंग प्रेस का नाम और ना ही छपवाने वाले का नाम लिखा हुआ था, जोकि डिफेसमेंट एक्ट और प्रिंटिंग प्रेस एक्ट का उल्लंघन है. सूत्रों के मुताबिक, दो प्रिंटिंग प्रेस को कुल एक लाख पोस्टर के ऑर्डर दिए गए थे.
ये प्रिंटिंग प्रेस नारायणा लोहा मंडी, खजूरी खास और सीमापुरी इलाके में हैं.प्रधानमंत्री पर टिप्पणी वाले ये पोस्टर्स नारायणा इलाके की लोहा मंडी में प्रिंटिंग प्रेस में छपवाए गए थे, जबकि बाकी पोस्टर्स सीमापुरी और खजूरी खास प्रिंटिंग प्रेस में छापे गए थे जो सार्वजनिक अलग-अलग शब्दों के लिए लगाए गए थे.
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