कोरोना महामारी: फ़ेस मास्क का इतिहास, ब्लैक डेथ प्लेग और कहानी मजबूरी की
BBC
एक वक़्त था जब चेहरा ढंकने के लिए मास्क का कुछ लोग ही इस्तेमाल किया करते थे. लेकिन आज के दौर में मास्क पहनना इतना आम हो गया है कि इसे 'न्यू नॉर्मल' कहा जा रहा है.
एक वक़्त था जब चेहरा ढंकने के लिए मास्क का इस्तेमाल केवल बैंक चोर, पॉप स्टार और स्वास्थ्य को लेकर बेहद सतर्क रहने वाले जापानी पर्यटक किया करते थे. लेकिन आज के दौर में मास्क पहनना इतना आम हो गया है कि इसे 'न्यू नॉर्मल' नई हक़ीक़त कहा जा रहा है. मास्क का इस्तेमाल सामान्य ज़रूर हो सकता है लेकिन ये इतना भी नया नहीं है. ब्लैक प्लेग से लेकर वायु प्रदूषण के बुरे दौर तक और ट्रैफ़िक के कारण प्रदूषण से लेकर रसायनिक गैस के हमलों तक, लंदन में रहने वालों ने बीते 500 साल में कई बार मास्क का इस्तेमाल किया है. हालांकि चेहरा छिपाने से लेकर ख़ुद को संक्रमण से बचाने के लिए कम से कम छह ईस्वी पूर्व से मास्क का इस्तेमाल होता आया है. फ़ारस के मक़बरों के दरवाज़ों पर मौजूद लोग अपने चेहरे को कपड़े से ढंक कर रखते थे.More Related News