
कोरोना का खतरा नहीं टला, चार महीने बाद में मुंबई में आंकड़ा 700 पार
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मुंबई में कोरोना मामले फिर बढ़ने लगे हैं. पिछले 24 घंटे में 739 मामले दर्ज किए गए हैं. अप्रैल के मुकाबले मई महीने में मुंबई में कोरोना मामलों में बड़ा उछाल देखने को मिला है.
महाराष्ट्र में कोरोना के मामले फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं. मायानगरी मुंबई भी अब चौथी लहर के संकेत देने लगी है. जो आंकड़े कुछ दिन पहले तक 300 के करीब चल रहे थे, अब 700 के भी पार चले गए हैं. पिछले 24 घंटे में मुंबई में कोरोना के 739 नए मामले सामने आ गए हैं. चार महीने बाद मुंबई में एक दिन में कोरोना के इतने मामले सामने आए हैं. अप्रैल महीने से भी तुलना की जाए तो मई महीने में मुंबई में कोरोना मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी देखने को मिल गई है.
इसे ऐसे समझ सकते हैं कि एक अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच मुंबई में कोरोना के 1615 मामले सामने आए थे. तब संक्रमण दर भी सिर्फ 0.61% चल रहा था. यानी की स्थिति पूरी तरह काबू में थी और कोरोना का असर कम हो गया था. लेकिन फिर मई महीने में जमीन पर तेजी से सबकुछ बदल गया. आंकड़े भी इसी ओर इशारा कर रहे हैं. एक मई से 31 मई के बीच में मुंबई में कोरोना के 5888 मामले सामने आ गए हैं. औसतन संक्रमण दर भी 2.51% पर पहुंच गया है. वर्तमान में तो पॉजिटिविटी रेट 6 फीसदी को भी पार कर गया है. ऐसे में अब मुंबई में एक बार फिर स्थिति विस्फोटक होती दिखाई पड़ रही है.
बढ़ते मामलों के बीच बीएमसी ने भी टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दे दिए हैं. स्पष्ट कर दिया गया है कि टेस्टिंग लैब में कर्मचारियों की संख्या को एक बार फिर बढ़ा दिया जाए और युद्ध स्तर पर टेस्टिंग शुरू की जाए. इस बात की भी आशंका जाहिर की जा रही है कि मॉनसून आने के बाद कोरोना मामलों में और ज्यादा वृद्धि देखने को मिल सकती है. ऐसे में सिर्फ टेस्ट-ट्रेस वाली नीति अपनाकर स्थिति को काबू में रखने की तैयारी है.
वैसे मुंबई में कल 500 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए थे. वो आंकड़ा भी 6 फरवरी के बाद देखने को मिला था. लेकिन अब बुधवार को मामलों में बड़ा उछाल देखने को मिल गया है. मौत तो किसी की नहीं हुई है, लेकिन संक्रमण दर ने चिंता बढ़ा दी है. अप्रैल के मुकाबले मई में मुंबई में कोरोना मामलों में 264 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिल गई है. पूरे महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में 1,081 मामले सामने आए हैं.

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