
'...उनकी दहाड़ अपने भीतर रखता हूं', पिता बाबा सिद्दीकी की हत्या पर बोले बेटे जीशान
AajTak
बाबा सिद्दीकी की हत्या पर बेटे जीशान सिद्दीकी ने कहा कि हत्यारों की नजरें उन पर हैं, लेकिन उन्हें डराया नहीं जा सकता है. मेरे पिता एक शेर थे, मैं उनकी दहाड़ अपने भीतर रखता हूं.
मुंबई में मारे गए एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी ने कहा कि पिता को मारने के बाद अब उनके हत्यारों की नजरें उन पर हैं, लेकिन उन्हें डराया नहीं जा सकता है. जीशान ने कहा, उन्होंने मेरे पिता को चुप करा दिया, लेकिन वे भूल गए कि वो एक शेर थे और मैं उनकी दहाड़ अपने अंदर रखता हूं. उनकी लड़ाई मेरी रगों में है. वह न्याय के लिए खड़े हुए, बदलाव के लिए लड़े और अटूट साहस के साथ तूफानों का सामना किया.
उन्होंने X पर लिखा, "मेरे पिता की हत्या करने के बाद वो ये मानकर मुझ पर नजरें गड़ाए हुए हैं कि वो जीत गए हैं. उन्हें मैं बताना चाहता हूं कि मेरी रगों में शेर का खून दौड़ता है. मैं अब भी यहां हूं, निडर और अटूट. उन्होंने एक को मार दिया, लेकिन उनकी जगह पर अब मैं उठ खड़ा हुआ हूं. यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है. आज मैं वहीं खड़ा हूं जहां वह खड़े थे: जीवित, अथक और तैयार. वांद्रा ईस्ट के मेरे लोगों के लिए, मैं हमेशा आपके साथ हूं.''
12 अक्टूबर को बाबा सिद्दीकी की हुई थी हत्या
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर की रात मुंबई के बांद्रा इलाके में जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के पास तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. पुलिस ने अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है और मुख्य शूटर और दो कथित साजिशकर्ताओं की तलाश कर रही है. पुलिस ने कहा था कि हत्या के पीछे के मकसद की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से कथित संबंध समेत अलग-अलग एंगल से जांच की जा रही है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.










