
उत्तराखंड के वजीर-ए-आला देंगे पद से इस्तीफा, पार्टी के आला नेताओं से मिलने के बाद लिया फैसला
Zee News
तीरथ सिंह रावत ने 10 मार्च, 2021 को त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर हलफ लिया था. हलफ लेने के वक्त तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड विधानसभा में चुने हुए विधायक नहीं थे. कुर्सी संभालने के छह महीने के अंदर यानी 10 सितंबर तक उनका विधायक बनना जरूरी था.
नई दिल्लीः उत्तराखंड के वजीरे आला तीरथ सिंह रावत को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. जराया के मुताबिक अपना ओहदा संभालने के महज छह महीने के अंदर ही तीरथ सिंह रावत ने मुख्यमंत्री के ओहदे से इस्तीफा देने की पेशकश की है. उन्होंने इस सिलसिले में जुमे को भारतीय जनता पार्टी के कौमी सदर जेपी नड्डा से मुलाक़ात की थी. उन्होंने रियासत में पैदा हुए संवैधानिक संकट से बचने के लिए इस्तीफा देने की पेशकश की है. रावत ने कहा है कि वो रात में प्रेस कॉन्फरेंस कर स्थिति साफ़ करेंगे. Uttarakhand Chief Minister Tirath Singh Rawat to hold a press conference at 9:30 pm in Dehradun today. गवर्नर से मांगा मुलाक़ात का वक़्त मुख्यमंत्री रावत ने अपना इस्तीफा विधिवत राज्यपाल को सौंपने के लिए उत्तराखंड के राज्यपाल से मिलने का वक़्त मांगा है। वक्त तय होते ही रावत गवर्नर हाउस पहुंचकर आधिकारिक तौर पर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप देंगे. उत्तराखंड में नए सीएम के तौर पर सतपाल महाराज, रेखा खंडूरी, पुष्कर सिंह धामी और धन सिंह रावत शामिल हैं. चर्चा है कि सतपाल महाराज को दिल्ली बुलाया गया है.
36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








