
इन्वेस्को के मसले पर डॉ. सुभाष चंद्रा की अपील का असर, ZEEL को मिला संत समाज का साथ
Zee News
भारत का संत समाज और अन्य धार्मिक व सामाजिक संगठन ZEEL के समर्थन में उतर आए हैं. संत समाज ने से इन्वेस्को द्वारा ZEEL के गैरकानूनी तरीके से अधिग्रहण के प्रयास की निंदा करते हुए ज़ी टीवी के संस्थापक डॉ सुभाष चंद्रा के देश और धर्म हित में योगदान को सराहा है.
नई दिल्ली: भारत के संत समाज और अन्य धार्मिक व सामाजिक संगठनों ने ZEEL का समर्थन किया है. संत समाज ने इन्वेस्को द्वारा ZEEL के गैरकानूनी तरीके से अधिग्रहण के प्रयास की निंदा करते हुए ज़ी टीवी के संस्थापक डॉ सुभाष चंद्रा के देश और धर्म हित में योगदान को सराहा है. संत समाज ने इन्वेस्को की मंशा के खिलाफ बयान जारी करते हुए कहा, 'बीते एक महीने से हमें सभी मीडिया संस्थानों में प्रकाशित और प्रसारित खबरों के जरिए से यह जानकारी मिली कि ZEE Entertainment को कोई अन्य मीडिया कंपनी किसी एक शेयरहोल्डर के माध्यम से अधिग्रहण करने का प्रयास कर रही है. यह कोई विदेशी या देसी संस्थान हो सकता है. इस बारे में इन्वेस्को Invesco नामक निवेशक द्वारा किसी भी प्रकार की ट्रांसपेरेंसी नहीं दिखाई गई और ना ही कोई साक्ष्य प्रस्तुत किया गया.
साधु समाज के आग्रह पर ZEE ने शुरू किया था 'जागरण' संत समाज की तरफ से कहा गया है, 'हम सभी मानते और जानते हैं कि ZEE का भारत में जब पहली बार प्रसारण आरम्भ हुआ तब हमारे साधु समाज के आग्रह करने पर ‘जागरण’ नाम के कार्यक्रम का प्रसारण शुरू किया गया था. यह कार्यक्रम प्रतिदिन प्रसारित करने के बाद ही अन्य कार्यक्रम शुरू होते थे. यह ZEE की ही देन है कि देश के आज दर्जनों धार्मिक चैनल सभी धर्मों पर कार्यक्रम प्रसारित कर रहे हैं और इनका लाभ सभी को मिल रहा है.

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Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

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