आधी हो गई सरिया की कीमत, सीमेंट-बालू भी सस्ता, जल्दी बनवा लें अपना घर
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महंगाई (Inflation) और कर्ज के बढ़ते ब्याज (Interest Rate Hike) की दोहरी मार झेल रहे लोगों के लिए एक मोर्चे पर राहत भरी खबर है. अपना घर बनाने के लिए सही समय का इंतजार अब समाप्त हो गया है. घर बनाने में इस्तेमाल होने वाली जिन प्रमुख सामग्रियों (Building Materials) के भाव चंद महीने पहले आसमान पर थे, वे हालिया समय में काफी कम हुए हैं. सिर्फ सरिये (Iron Rod) की ही बात करें तो पिछले दो-तीन महीने में इसका भाव आधा रह गया है. इस हफ्ते भी सरिया के भाव में 1,100 रुपये प्रति टन तक की गिरावट आई है. इसके अलावा सीमेंट (Cement) से लेकर ईंट (Bricks) और बालू (Sand) तक की कीमतें गिरी हुई हैं.
मॉडर्न डिजाइन में यूज होता है ज्यादा सरिया
अब घर बनाने में जिस डिजाइन का इस्तेमाल होता है, उसके कारण सरिया, सीमेंट, बालू और गिट्टी सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली सामग्रियां हैं. आज कल घरों के कंस्ट्रक्शन में फ्रेम स्ट्रक्चर (Frame Structure) का इस्तेमाल होता है. पुराने जमाने में लोड-बेअरिंग स्ट्रक्चर (Load-Bearing Structure) मॉडल पर घर बनते थे. पुराने स्ट्रक्चर में पिलर, बीम आदि नहीं होते थे. इसके अलावा छत भी ढलाई वाले नहीं होते थे. अभी पिलर से लेकर बीम तक में और नींव से लेकर छत की ढलाई तक में सरिया सबसे जरूरी चीज है. यही घर को मजबूती प्रदान करता है.
इन कारणों से गिरे बिल्डिंग मटीरियल्स के दाम
बीते दिनों कुछ ऐसे घटनाक्रम हुए हैं, जिनके कारण भवन निर्माण सामग्रियों की कीमतें कम हुई हैं. सबसे पहले तो सरकार ने घरेलू बाजार में कीमतें नियंत्रित रखने के लिए स्टील पर एक्सपोर्ट ड्यूटी (Export Duty) बढ़ा दी. इसके कारण घरेलू बाजार में स्टील के उत्पादों (Steel Products) के दाम तेजी से गिरे. सरिया की कीमतों में आई कमी की मुख्य वजह यही है. सरकार ने आसमान छूती महंगाई (Inflation) को कम करने के लिए डीजल और पेट्रोल पर टैक्स (Diesel Petrol Duty Cut) भी घटाया है. इससे ढुलाई का कॉस्ट कम हुआ है, जो लगभग सारी चीजों के दाम कम करने में मददगार साबित हो रहा है. इनके अलावा भी कुछ फैक्टर अनुकूल हैं. बारिश का मौसम शुरू होते ही निर्माण कार्यों में कमी आने लगती है, जिससे बिल्डिंग मटीरियल्स की डिमांड खुद ही कम होने लगती है. रियल एस्टेट सेक्टर (Real Estate Sector) के बुरे हालात भी इस समय सहयोग कर रहे हैं. इन कारणों से ईंट, सीमेंट, सरिया यानी छड़, रेत जैसी चीजों की डिमांड निचले स्तर पर है.
इतना गिर चुका है सरिये का भाव