
अयोध्या: 11 साल में नहीं हुआ था जमीन का दाखिल खारिज, ट्रस्ट ने खरीदी तो एक महीने में हो गया
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जिस जमीन को 11 सालों में हरीश पाठक और कुसुम पाठक विवादों के चलते दाखिल खारिज नहीं करा पाए. तीन बार अलग लोगों से एग्रीमेंट किया. उसका राम मंदिर ट्रस्ट के साथ सौदा होते ही दाखिल खारिज हो गया. जिस जमीन को राम मंदिर ट्रस्ट के द्वारा 18.50 करोड़ में खरीद लिया गया, उस जमीन की कीमत सर्किल रेट के हिसाब से 5 करोड़ 79 लाख 84000 रुपए है. ट्रस्ट के द्वारा यह जमीन 3 गुना अधिक दामों में खरीदी गई है.
अयोध्या में श्री राम मंदिर ट्रस्ट के द्वारा खरीदी गई जमीन में विवादों का सिलसिला लगातार जारी है. 2011 से 2021 पूरे 10 साल के दरमियान इस जमीन को लेकर तमाम विवाद खड़े हुए और इन विवादों के कुछ बिंदु ऐसे थे जो मंदिर ट्रस्ट के द्वारा खरीदी गई इस जमीन के सौदे पर सवाल खड़ा करते हैं. हरीश पाठक और कुसुम पाठक से जिस जमीन को खरीद कर सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ने ट्रस्ट को बेचा, उस जमीन का 10 सालों में दाखिल खारिज ही नहीं हो पाया. जबकि ट्रस्ट को जमीन बेचने के एक महीने बाद ही जमीन का दाखिल खारिज हो गया. हरीश पाठक और कुसुम पाठक 2011 से लगातार इस जमीन का सौदा कर रहे थे, जिसमें एक समझौता 20 नवंबर 2017 को 2 करोड़ 16 लाख में हुआ. इस जमीन के एग्रीमेंट में बसपा के पूर्व विधायक रहे जितेंद्र सिंह बबलू के पिता इच्छाराम सिंह का भी नाम शामिल था. लेकिन हरीश पाठक के नाम दाखिल खारिज नहीं हुआ तो जितेंद्र सिंह बबलू के द्वारा किया गया यह एग्रीमेंट रद्द हो गया.
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