अमेरिका, रूस, भारत और अन्य मुल्क इस साल चांद पर क्यों जाना चाहते हैं?
BBC
कई मुल्कों और कंपनियों ने इस साल चांद के लिए विशेष मिशन की योजना बनाई है. ये लूनर मिशन क्या हैं और इनका उद्देश्य क्या है?
बीते एक साल में चांद पर कोई अंतरिक्ष यान नहीं उतरा और न ही किसी ने कोई मिशन चांद पर भेजा. लेकिन इस पूरे साल हमें चांद से जुड़ी ख़बरें मिलती रहेंगी क्योंकि कई मुल्कों और कंपनियों ने चांद के लिए विशेष मिशन की योजना बनाई है.
नासा इस साल अपना आर्टेमिस प्रोग्राम शुरू करेगा. इस कार्यक्रम के तहत वो पहली महिला अंतरिक्ष यात्री को चांद पर भेजेगा और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर चांद पर लंबे वक्त तक मौजूदगी बनाए रखने के लिए ज़रूरी उपकरण और सामान चांद पर भेजेगा. भविष्य में वहां जाने वाले अंतरिक्ष यात्री इनका इस्तेमाल कर सकेंगे.
इसके लिए वो चांद पर एक ऐसा आर्टेमिस बेस कैंप बनाएगा जहां अंतरिक्ष यात्री रह सकेंगे और अंतरिक्ष में एक गेटवे भी बनाएगा, जहां रुक कर अंतरिक्ष यात्री चांद की सतह तक बढ़ने की अपनी यात्रा पूरी करेंगे.
इसमें एक अत्याधुनिक मोबाइल घर और एक रोवर होगा, ताकि चांद पर अभूतपूर्व रूप से खोजी अभियान को अंजाम दिया जा सके. इससे मंगल पर क़दम रखने की तैयारी में मदद मिलेगी.