
अमेरिका में हर दो में से एक अप्रवासी भारतीय पिछले एक साल में हुआ भेदभाव का शिकार- रिपोर्ट में का दावा
ABP News
सर्वे में ये भी पाया गया कि भारतीय मूल के नागरिकों की जिंदगी में धर्म एक अहम भूमिका निभाता है लेकिन धर्म को मानने के तरीके अलग हैं. करीब 40 फीसदी लोग दिन में कम से कम एक बार प्रार्थना करते हैं और 27 फीसदी हफ्ते में एक बार धार्मिक सेवाओं में भाग लेते हैं.
NRI Face Discrimination in US: अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के नागरिकों को भी लगातार भेदभाव का सामना करना पड़ता है. बुधवार को रिलीज हुए एक सर्वे के अनुसार अमेरिका में भारतीय मूल के हर दो में से एक नागरिक को इसका सामना करना पड़ता है. हाल ही में अमेरिका में नस्ली भेदभाव की कई घटनाओं के सामने आने के ये सर्वे किया गया था. यहां अप्रवासी नागरिकों की संख्या के मामले में भारत दूसरे नंबर पर है. साथ ही इस सर्वे के अनुसार यहां इनके बीच आपस में सामाजिक ध्रुवीकरण भी बहुत ज्यादा हावी है. इस रिपोर्ट को ‘भारतीय-अमेरिकियों की सामाजिक वास्तविकता' नामक शीर्षक से प्रकाशित किया गया है. ये ऑनलाइन सर्वे Carnegie Endowment for International Peace, Johns Hopkins-SAIS और University of Pennsylvania ने मिलकर किया है. इस सर्वे में भारतीय मूल के 1,200 अमेरिकी नागरिकों को शामिल किया गया है और इसे साल 2020 में एक सितंबर से 20 सितंबर के बीच रिसर्च एंड एनलिटिक्स फर्म YouGov के साथ मिलकर तैयार किया गया है.More Related News
