
अमेरिका, इंग्लैंड से लेकर जर्मनी तक UP के "ODOP" प्रोडक्ट्स की धूम, लगातार बढ़ रही डिमांड
Zee News
ओडीओपी विभाग के जरिए यूपी के सभी 75 जिलों के उत्पादों को वैश्विक मंच पर जगह मिली है.
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट ODOP (One Distric One Product) ने सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में अपना डंका बजा दिया है. एक जनपद, एक उत्पाद में शामिल गोरखपुर का टेराकोटा, लखनऊ की चिकनकारी और सिद्धार्थनगर का काला चावल अब देश के साथ अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना जलवा बिखेर रहे हैं. विदेशों में बढ़ रही है मांग हांगकांग के हैंडलूम फेयर से लेकर तुर्की के इस्तांबुल के टेक्सटाइल एक्सपो में भी ओडीओपी से जुड़े उत्पाद देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. इससे पहले सितंबर में मिस्र के कायरो फैशन वीक में भी ओडीओपी के उत्पाद अपनी धूम मचा चुके हैं. ओडीओपी विभाग के जरिए यूपी के सभी 75 जिलों के उत्पादों को वैश्विक मंच पर जगह मिली है. जिससे इन उत्पादों की मांग में तेजी से इजाफा हुआ है. अब तक ओडीओपी विभाग अमेरिका समेत विभिन्न देशों में 24 से अधिक अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनियां आयोजित करा चुका है.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









