
World Exclusive: G-7 देशों को पुतिन ने दिखाया आईना, आजतक से बोले- ये किस आधार पर Great?
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भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत आने से पहले आजतक को ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया है. रूस की राजधानी मॉस्को के क्रेमलिन में आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन को दिए वर्ल्ड एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में पुतिन ने G8 से बाहर होने से जुड़े सवाल का खुलकर जवाब दिया. पुतिन का कहना था कि जी8 देश खुद को बड़ा क्यों मानते हैं, ये समझ नहीं आता है. मैंने जी8 में जाना छोड़ दिया है. दुनिया हमेशा बदलती रहती है.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बुधवार शाम भारत पहुंचे. यूक्रेन युद्ध के बाद उनका यह पहला भारत दौरा है, जिसे मौजूदा जियोपॉलिटिक्स हालात और भारत-रूस के बीच 25 साल की रणनीतिक साझेदारी के संदर्भ में बेहद अहम माना जा रहा है. पुतिन के साथ मंत्री और बड़ी प्रतिनिधिमंडल टीम भारत आई है. दिल्ली पहुंचते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनकी अगुवाई की गई और दोनों नेता एक ही कार से लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास पहुंचे, जहां साथ में डिनर किया जा रहा है. गुरुवार को दोनों नेता शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. इस दौरे में रक्षा सौदों समेत 25 बड़े समझौतों पर हस्ताक्षर प्रस्तावित हैं.
पुतिन ने दिया 100 मिनट का सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू
भारत आगमन से पहले पुतिन ने आजतक को दिए 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कई मुद्दों पर स्पष्ट राय रखी. क्रिमिया पोर्ट के अधिग्रहण पर लगाए गए आरोपों को उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि क्रिमिया पर कब्जा नहीं किया गया, बल्कि वहां के लोगों की मदद की गई, जिनकी इच्छा सोवियत संघ के विघटन के बाद नजरअंदाज हो गई थी. पुतिन के अनुसार, सेवस्तोपोल नौसेना पोर्ट पर रूसी नौसेना की मौजूदगी पहले से थी और यह यूक्रेन के साथ समझौते का हिस्सा था. उन्होंने कहा कि रूस हमेशा अपनी सुरक्षा और भलाई की रक्षा करता है और इसके विपरीत किसी भी धारणा को गलत बताया.
'यूक्रेन विवाद से कोई संबंध नहीं'
G8 को लेकर भी पुतिन ने स्पष्ट राय रखी. उन्होंने बताया कि G8 की बैठकों में जाना उन्होंने काफी पहले बंद कर दिया था और इसका यूक्रेन विवाद से कोई संबंध नहीं है. पुतिन ने कहा कि G8 के सदस्य खुद को बड़ा क्यों मानते हैं, यह समझना मुश्किल है, जबकि भारत आज आर्थिक रूप से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और यूके 10वें स्थान के आसपास है. पुतिन के अनुसार, यूक्रेन की अर्थव्यवस्था लगातार सिकुड़ रही है, जर्मनी में मंदी है, लेकिन फिर भी ये देश साथ मिलकर बैठकें करते हैं. उन्होंने गंभीर लहजे में कहा कि इस मंच पर अब उनकी कोई विशेष दिलचस्पी नहीं है और इस बारे में अमेरिका को भी जानकारी दे दी गई थी.

अब लगभग चार घंटे बाकी हैं जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर पहुंचेंगे. उनका विमान शाम 6 बजकर 35 मिनट पर दिल्ली एयरपोर्ट पर आएगा. करीब चार साल बाद पुतिन भारत आ रहे हैं, जो 2021 में भारत आने के बाद पहली बार है. इस बीच पुतिन के भारत दौरे से पहले MEA ने दोनों देशों के संबंध का वीडियो जारी किया है.

रूस के राष्ट्रपति पुतिन के गुरुवार को भारत दौरे को लेकर हलचल तेज हो चुकी है. इस बीच आजतक ने रूस में ही राष्ट्रपति पुतिन का एक्स्क्लूसिव इंटरव्यू लिया. इस दौरान उनसे अगस्त-सितंबर में चीन के तियानजिन में हुए 25वें शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के दौरान उस वायरल तस्वीर के बारे में पूछा गया, जिसमें उन्होंने वे प्रधानमंत्री मोदी के साथ कार में जाते हुए नजर आए थे. क्या था वो पूरा वाकया, जानने के लिए देखें वीडियो.

बांग्लादेश की आर्मी से रिटायर होने के बाद ब्रिगेडियर जनरल अब्दुल्लाहिल अमान आजमी का मुख्य काम भारत विरोध बन गया है. इस जनरल का मानना है कि भारत बांग्लादेश में अस्थिरता को बढ़ावा देता है. पाकिस्तान की 'ब्लीड इंडिया विद थाउजैंड कट्स' जैसी दूषित नीति से प्रभावित ये जनरल कहता है कि बांग्लादेश में तब तक शांति नहीं आ सकती, जबतक भारत के टुकड़े-टुकड़े न हो जाए.

पुतिन ने यूरोप पर अपनी नजर रखी है क्योंकि उन्हें डर है कि यूरोप शांति वार्ता को बिगाड़ सकता है. यूरोप लगातार रूस के खिलाफ युद्ध में उतरने के संकेत दे रहा है, जिस पर पुतिन ने कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि अगर यूरोप युद्ध में शामिल हुआ तो उसे रूस से ऐसी हार का सामना करना पड़ेगा जिससे यूरोप में शांति की बात करने वाला कोई बच नहीं पाएगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा ऐतिहासिक महत्व रखता है. यह दौरा भारत और रूस के रिश्तों की मजबूती का प्रतीक है जो दशकों पुराना है. यूक्रेन युद्ध और पश्चिमी प्रतिबंधों के बावजूद दोनों देशों का रिश्ता अडिग रहा है. पुतिन का यह दौरा द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करेगा जिसमें रक्षा, कृषि, पेट्रोलियम और तकनीकी क्षेत्रों में समझौते शामिल होंगे.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का स्पेशल विमान IL-96-3000 प्यू अब से कुछ ही घंटों में भारत की सरज़मीं पर लैंड करेगा. यह विमान 'हवा में उड़ता किला' है. पुतिन के भारत दौरे से पहले रूस ने भारत के साथ एक महत्वपूर्ण मिलिट्री सहयोग समझौते को मंजूरी दी है. इस कदम से क्षेत्रीय सुरक्षा में मजबूती आएगी और यह सहयोग दुश्मनों के लिए बड़ा झटका साबित होगा.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आने वाले हैं. उनका यह तीस घंटे का दौरा बेहद खास है क्योंकि यूक्रेन युद्ध के बाद पहली बार वे भारत आ रहे हैं. इस दौरे में प्रधानमंत्री मोदी के साथ आयात व्यापार और दोनों देशों के आर्थिक सहयोग पर चर्चा होगी. पुतिन ने भारत और चीन को अपना सबसे बड़ा साझेदार बताया है जबकि यूरोप को चेतावनी दी है. भारत ने पश्चिमी दबावों को झेलते हुए पुतिन को बुलाया है, जो भारत की स्वायत्त नीति का संकेत है.






