
Uttarkashi Tunnel: अमेरिकी मशीन ने 25 मीटर तक ड्रिलिंग की, मलबे में डाले गए चार पाइप, मजदूरों को बचाने की आस बढ़ी
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Uttarkashi Tunnel: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिलक्यारा सुरंग में नई और शक्तिशाली ऑगर मशीन ने मलबे को करीब 25 मीटर तक भेद दिया जिससे पिछले पांच दिनों से अधिक समय से उसके अंदर फंसे 40 श्रमिकों के जल्द बाहर आने की उम्मीद बढ़ गई है. सुरंग में जमा मलबे में रात भर चले चली ड्रिलिंग के बाद 25 मीटर की दूरी तक भेदा जा चुका है.
नई दिल्लीः Uttarkashi Tunnel: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिलक्यारा सुरंग में नई और शक्तिशाली ऑगर मशीन ने मलबे को करीब 25 मीटर तक भेद दिया जिससे पिछले पांच दिनों से अधिक समय से उसके अंदर फंसे 40 श्रमिकों के जल्द बाहर आने की उम्मीद बढ़ गई है. सुरंग में जमा मलबे में रात भर चले चली ड्रिलिंग के बाद 25 मीटर की दूरी तक भेदा जा चुका है. | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel incident | Uttarkashi SP Arpan Yaduvanshi says, "American augur machine is a highly advanced machine. Its work is going on in full swing. As per the latest update, four pipes have been inserted and the welding of a fifth one is underway.…

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









