
UP: सरकारी स्कूल के बच्चों को सीएम योगी की सौगात, आज से खाते में आएगी यूनिफॉर्म की राशि
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कोरोना महामारी के चलते स्कूल बंद हो गए थे. अब एक बार फिर से कक्षाएं शुरू हुई हैं और बच्चे स्कूल लौटना शुरू कर चुके हैं. नये सेशन की कक्षाएं शुरू होने पर राज्य सरकार ने बच्चों के अभिभावकों के खाते में यूनिफॉर्म की राशि भेजने का निर्णय किया है.
सरकारी स्कूल के बच्चों को उत्तर प्रदेश सरकार बड़ी सौगात देने जा रही है. बच्चों के अभिभावकों के खाते में आज से निशुल्क यूनिफॉर्म की राशि भेजी जा रही है. इसके लिए DBT के माध्यम से 1200 रुपये की धनराशि सीधे खाते में भेजी जा रही है. इसके साथ ही 9 विद्यालयों को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार भी दिया गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश के 1.91 करोड़ बच्चों के अभिभावकों को राशि ट्रांसफर की गई है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से दुनिया तबाह हुई है. प्रत्येक व्यक्ति इस महामारी से प्रभावित हुआ है. लॉक डाउन के दौरान स्कूल बंद हो गए जिससे बेसिक शिक्षा की बुनियादी आवश्यकता यानी शिक्षकों से इंटरेक्शन खत्म हो गया.
सीएम ने कहा कि स्कूल चलो अभियान इस बार फिर शुरू हुआ है. पहले स्कूलों की स्थिति बेहतर नहीं थी. स्कूलों में भवनों पर पेड़ और झाड़ी उगी थी. 2017 में कहीं स्कूल भवन नहीं तो कही शिक्षक नहीं वाली स्थिति थी. पहले अभिभावक अपने बच्चे को प्राइवेट स्कूल भेजना सही समझते थे जबकि आज हम सब के प्रयास से हमारे स्कूलों में बच्चे बढ़े हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि 1.62 लाख शिक्षकों की भर्ती भी की गई है. ऑपरेशन कायाकल्प से विद्यालयों की तस्वीर बदली है. पहले बड़े पैमाने पर बच्चे नंगे पैर स्कूल आते थे. हमे तकनीक के साथ जुड़ना है, परहेज नहीं करना है. हमें छात्रों के भीतर आदर का भाव पैदा करना है. देश के प्रति जिम्मेदारी का भाव भी पैदा करना है. स्कूल के लिए बच्चों में धार्मिक स्थल जैसा भाव होना चाहिए. सीएम योगी ने नारा दिया कि एक भी बच्चा स्कूल जाने से न बचे.

सिंगापुर के हाई कमिश्नर टू इंडिया, साइमन वोंग ने अपनी पोस्ट में दो स्क्रीनशॉट भी साझा किए. पहला स्क्रीनशॉट इंडिगो की ओर से आया व्हाट्सऐप अलर्ट था, जिसमें फ्लाइट कैंसिल होने की जानकारी दी गई थी. दूसरा स्क्रीनशॉट शादी स्थल पर मौजूद मेहमानों द्वारा भेजा गया, जिसमें उन्हें वोंग का इंतजार करते हुए देखा जा सकता था.

इंडिगो की फ्लाइट्स के लगातार कैंसिल और घंटों की देरी के बीच यात्रियों का कहना है कि एयरपोर्ट पर स्थिति बेहद अव्यवस्थित रही. कई यात्रियों ने शिकायत की कि न तो समय पर कोई अनाउंसमेंट किया गया और न ही देरी की सही वजह बताई गई. मदद के लिए हेल्प डेस्क और बोर्डिंग गेट पर बार-बार गुहार लगाने के बावजूद उन्हें स्टाफ का कोई ठोस सहयोग नहीं मिला.

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