
Russia-Ukraine War: 'यूक्रेन की सीमा पर कार्रवाई का हक, नाटो के हथियारों को निशाना बनाएंगे', रूस की चेतावनी
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इस हफ्ते की शुरुआत में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी कहा था कि उनका देश यूक्रेन को भारी तोपें भेजेगा. डच प्रधानमंत्री मार्क रूट ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से कहा कि नीदरलैंड बख्तरबंद वाहनों सहित अधिक भारी हथियार भेजेगा.
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को लेकर एक बार फिर पुतिन की ओर से चेतावनी दी गई है. रूसी राष्ट्रपति पुतिन का कहना है कि उसे यूक्रेन की सीमा में कार्रवाई का हक है और यूक्रेन को नाटो की ओर से मदद के रूप में मिले हथियारों को रूस निशाना भी बनाएगा. पुतिन की ओर से कहा गया है कि नाटो की ओर से मिलने वाले हथियारों को रूस नष्ट करेगा.
बता दें कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से मारियुपोल में जीत का दावा करने के कुछ घंटों बाद बाइडेन ने ये बयान दिया है. बाइडेन ने मारियुपोल पर रूस के दावे को संदिग्ध भी बताया.
यूरोपीय संघ यूक्रेन के लिए ट्रस्ट फंड की योजना बना रहा है रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग की जानकारी रखने वाले अधिकारियों के मुताबिक, यूरोपीय संघ यूक्रेन के लिए एक सॉलिडैरिटी ट्रस्ट फंड तैयार कर रहा है. यूक्रेनी वित्त मंत्री सेरही मार्चेंको के मुताबिक देश को प्रति माह लगभग 5 बिलियन डॉलर की जरूरत है. एक अन्य अधिकारी के अनुसार, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने कीव की अपनी हालिया यात्रा पर यूरोपीय संघ के ट्रस्ट फंड के विचार पर यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ चर्चा की.
उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति एक बार फिर खुलकर यूक्रेन के साथ खड़े दिख रहे हैं. जो बाइडेन ने गुरुवार को यूक्रेन की मदद के लिए 800 मिलियन डॉलर (करीब 61 अरब रुपए) की अतिरिक्त सैन्य मदद की घोषणा की. नए मिलिट्री पैकेज में पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में बढ़ती लड़ाई के लिए भारी तोपखाने, गोला-बारूद और ड्रोन शामिल हैं. बाइडेन ने कहा कि पुतिन शर्त लगा रहे हैं कि पश्चिमी देशों की एकता टूट जाएगी और मैं कहता हूं कि हम एक बार फिर उन्हें गलत साबित करने जा रहे हैं.
रूस-यूक्रेन युद्ध में अमेरिकियों के शामिल होने की इच्छा कम: सर्वे
एसोसिएटेड प्रेस-एनओआरसी सेंटर फॉर पब्लिक अफेयर्स रिसर्च की ओर से एक रिसर्च किया गया है जिसकी रिपोर्ट गुरुवार को आई. सर्वे में पता चला कि रूस-यूक्रेन युद्ध में अमेरिकियों के शामिल होने की इच्छा कुछ हद तक कम हो गई है. करीब 32% का कहना है कि संघर्ष में अमेरिका की प्रमुख भूमिका होनी चाहिए. यह पिछले महीने के 40% से कम है, हालांकि फरवरी में ऐसा कहने वाले 26% लोग थे. 49% का कहना है कि यू.एस. की एक छोटी भूमिका होनी चाहिए.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







