
PM Modi के साथ फोटो लेना चाहते हैं Orry, बताया किस प्रोजेक्ट में करेंगे काम
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इंडिया टुडे कॉनक्लेव 2024 का दूसरा दिन काफी रोमांचक रहा. दूसरे दिन इवेंट में स्टार किड्स और पैपराजी के फेवरेट ओरहान अवात्रामणि उर्फ ओरी ने शिरकत की. यहां उन्होंने अपने, स्टार किड्स और जामनगर में हुए जश्न के बारे में बात की. आइए बताएं उन्होंने क्या-क्या बातें कीं.
इंडिया टुडे कॉनक्लेव 2024 का दूसरा दिन काफी रोमांचक रहा. दूसरे दिन इवेंट में स्टार किड्स और पैपराजी के फेवरेट ओरहान अवात्रामणि उर्फ ओरी ने शिरकत की. मॉडरेटर सोनल से ओरी ने अपने पार्टी करने, नेपोटिज्म, स्टार्स किड्स सहित जामनगर में अंबानी परिवार के सेलिब्रेशन में शामिल होने के बारे में बात की. साथ ही उन्होंने खुद से प्यार करने को लेकर एक बड़ा मैसेज भी दिया. आइए बताएं उन्होंने क्या-क्या बातें कीं.
ओरी क्यों फेमस हैं? आप इतनी जल्दी इतने फेमस कैसे हो गए?
जवाब में ओरी ने कहा, 'ओके, मैं आपसे झूठ बोल सकता हूं कि मैं फेमस इसलिये हूं क्योंकि मेरा एक पोज है, मैं फेमस हूं क्योंकि मैं खुद पर काम करता हूं. लेकिन असली बात ये है कि मैं 'फेमस और फ्रेंड' हूं. आपको पता है कि यहां ज्यादा 'और फ्रेंड' फेमस नहीं हैं. यहां 'जाह्नवी कपूर और उनके दोस्त', 'सारा अली खान और फ्रेंड' नहीं हैं. तो मुझे लगता है कि मैंने 'और फ्रेंड' बनकर काफी कुछ पाया है. मैंने ही इस टाइटल को बनाया है. ये फुल टाइम जॉब है. मैं प्रोफेशनल 'एंड फ्रेंड' हूं. जब आप खबर लिखते हैं और आपको नहीं पता होता कि लोगों के बैकग्राउंड में कौन खड़ा है तो आप लिखते हैं 'और फ्रेंड', मैं वो 'और फ्रेंड' हूं. मैं इस बात को नकार नहीं सकता कि फेमस लोगों की वजह से मैं फेमस हूं. ये मेरे फेमस होने के बड़े कारणों में से एक है.'
आप स्टार किड्स के साथ नजर आते हैं. आपकी उनके साथ अच्छी दोस्त है. ये दोस्ती कैसे हुई? आप आउटसाइडर हैं, लेकिन आपके पास भी उनके जैसी सुविधाएं हैं. आपको कैसा लगता है जब स्टार किड्स को नेपो बेबी बुलाया जाता है.
ओरी ने कहा, 'मैं उनका दोस्त कैसे बना, देखिए हर किसी की अलग स्टोरी है. नेपो बेबी टैगलाइन या नेपोटिज्म की बात की जाए तो मैं मानता हूं कि इसे गलत परिभाषा दी गई है. अगर आप उस कॉलेज में अप्लाई करें जिसमें आपके पेरेंट्स गए थे और आपका दाखिला हो जाए तो आपको लेगेसी चाइल्ड कहा जाता है. आपको हाई स्कूल और यूनिवर्सिटी में अच्छा माना जाता है. वो लेगेसी किड्स हैं. उन्हें चीजें आसानी से मिलती हैं, क्योंकि उनके पेरेंट्स ने मेहनत की है ताकि उन्हें चीजें आसानी से मिल सकें. मैं इस इंडस्ट्री में आउटसाइडर हूं. मेरे लिए जो दरवाजे खुलते हैं वो शायद उनके लिए ना खुलें. और जो बहुत से दरवाजे उनके लिए खुलते हैं शायद उनके लिए मुझे बहुत मेहनत करनी पड़ेगी. लेकिन मैं चाहूंगा कि मेरे बच्चों को वो मौके मिलें जिनके लिए मैंने मेहनत की है. जो मेहनत मैंने की है, उसका फल मेरे बच्चे खाएं.'
उन्होंने आगे कहा, 'आप फर्स्ट जनरेशन के बच्चों के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं, सेकेंड जनरेशन के लिए कर रहे हैं. जब आप एक लॉ फर्म के मालिक होते हैं और आपके बच्चे को आसानी से उसमें काम मिल जाता है, वो भी विशेषाधिकार है. ऐसा ही नेपो किड्स के साथ फिल्मों के मामले में होता है. आज अगर मेरी दोस्ती प्रोड्यूस और डायरेक्टर से है, और उनपर मेरे एहसान हैं, तो मैं चाहूंगा हूं कि बाद में मेरे बच्चों के लिए मैं उन एहसान के बदले मौके लूं. मैं अपने बच्चों के लिए सुविधा क्योंकि नहीं चाहूंगा, अगर मैंने उसके लिए मेहनत की है तो. आउटसाइडर पर बात करूं तो कार्तिक आर्यन को ले लीजिए, उनके बच्चे भी नेपो किड्स होंगे. क्या कार्तिक आर्यन ने जो मेहनत की है, उसका फल उनके बच्चों को ना मिले. शाहरुख के बच्चों को उस मेहनत का फायदा ना मिले, जो उन्होंने की है.'













