
MP: अपनी ही नगर पंचायत अध्यक्ष को हटाने पर अड़े BJP पार्षद, कांग्रेसी भी साथ; अविश्वास प्रस्ताव लेकर पहुंचे कलेक्टर के पास
AajTak
MP के हरदा जिले की सिराली नगर परिषद में सियासी उठापटक तेज हो गई है. यहां भाजपा की नगरपरिषद अध्यक्ष अनीता अग्रवाल के खिलाफ तख्तापलट करने के लिए भाजपा और कांग्रेस के पार्षद एकजुट हो गए हैं.
मध्यप्रदेश के हरदा जिले में बीजेपी की नगर पालिका अध्यक्ष को हटाने के लिए सियासी संग्राम शुरू हो गया है. बीजेपी और कांग्रेस के पार्षद एकजुट हो गए हैं. बीजेपी के पार्षद तो इतने नाराज हैं कि अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन लेकर हरदा कांग्रेस विधायक आरके दोगने के साथ कलेक्टर ऑफिस पहुंच गए. हालांकि बाद में पार्षदों ने इसको संयोग बताया. कहा कि विधायक के साथ नहीं आए हैं, जबकि कांग्रेस विधायक आरके दोगने ने साथ में आने का दावा किया है. उधर, बीजेपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी पार्षदों को 24 घंटे में जवाब मांगा है.
दरअसल, जिले की सिराली नगर परिषद में उठापठक चल रही है. जहां अध्यक्ष को हटाने के लिए BJP पार्षदों के साथ कांग्रेस के पार्षद भी एक हो गए. सोमवार को नगरपरिषद के 15 में से 13 पार्षद अपना इस्तीफा देने हरदा कलेक्ट्रेट पहुंचे. इन पार्षदों ने हरदा से कांग्रेस विधायक डॉ. आरके दोगने और कांग्रेस के जिला प्रवक्ता आदित्य गार्गव के साथ कलेक्टर सिद्धार्थ जैन से मुलाकात की.
इन सभी पार्षदों ने नगर परिषद अध्यक्ष अनीता अग्रवाल की कार्यप्रणाली पर असंतोष व्यक्त किया और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. कांग्रेस विधायक डॉ. आरके दोगने ने कहा कि सिराली नगर परिषद के 10 बीजेपी और तीन कांग्रेस पार्षद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे. उन्होंने इन पार्षदों को कलेक्टर से मिलवाया है. कलेक्टर ने अपर कलेक्टर (ADM) पुरुषोत्तम कुमार को पार्षदों का सत्यापन करने के निर्देश दिए हैं. सत्यापन के बाद नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी. उधर, इस घटनाक्रम के बाद BJP जिलाध्यक्ष और टिमरनी के पूर्व विधायक संजय शाह ने पत्रकारों को बतया कि सबंधित पार्षदों को बुलाया है. इस दौरान जिलाध्यक्ष राजेश वर्मा ने माना कि परिषद के पार्षद नगर परिषद की अध्यक्ष अनीता अग्रवाल की कार्यप्रणाली से नाराज हैं. उन्होंने कहा कि नए संशोधन के बाद पुराने अध्यक्ष को हटाना और पार्षदों में से किसी नए को अध्यक्ष बनाना आसान नहीं है. इसलिए पार्षदों की मांग नहीं मानी जा रही है.
मालूम हो कि सिराली के वार्ड 9 से निर्विरोध निर्वाचित पार्षद पायल कुशवाहा को अध्यक्ष बनाने के लिए सभी पार्षदों का एक मत है. पार्षदों का मानना है कि यदि अध्यक्ष का इस्तीफा होता है तो पायल अध्यक्ष पद की सबसे प्रबल दावेदार होंगी. इस संबंध में हरदा कलेक्टर का कहना है कि 13 पार्षद मिलने आए थे, जिनका सत्यापन करने के बाद राज्य चुनाव आयोग को जानकारी भेज दी जाएगी. मालूम हो कि मध्यप्रदेश सरकार ने नगरीय निकाय के अध्यक्षों की कुर्सी बचाने के लिए एक्ट में संशोधन किया है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.

पानीपत कांड में आरोपी पूनम के पति नवीन ने कहा कि बच्चों को जैसे पानी में तड़पाकर मारा गया, वैसे ही उसकी पत्नी को भी कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. उसने किसी भी तांत्रिक कनेक्शन से इनकार किया. वहीं, पूनम की मां सुनीता देवी ने कहा कि बेटी शादी से पहले बिल्कुल सामान्य थी और कभी किसी बच्चे को नुकसान नहीं पहुंचाया. उन्होंने स्वीकारा कि यदि उसने यह अपराध किया है तो उसे उसकी सजा जरूर मिलनी चाहिए.

माधव राव ने कुछ स्वयंसेवकों को मुस्लिम पहचान देकर विभाजित पंजाब के शहरों में मुस्लिम लीग के प्रभाव वाले क्षेत्रों में तैनात कर दिया. ये लोग बताते थे कि कैसे पूरी तैयारी के साथ मुस्लिम लीग के लोग हिंदू बाहुल्य इलाकों की रिपोर्ट तैयार करते हैं, और फिर हमला करते थे. RSS के 100 सालों के सफर की 100 कहानियों की कड़ी में आज पेश है उसी घटना का वर्णन.

पिछले दो दिनों से इंडिगो की उड़ानों में भारी रद्द होंगे देखे गए हैं. इस वजह से DGCA ने 4 दिसंबर को इंडिगो के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की है. 3 और 4 दिसंबर को लगभग 250 से 300 फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं, जिससे यात्री प्रभावित हुए हैं. DGCA का मकसद इंडिगो के कामकाज में सुधार लाना और यात्रियों की असुविधा को कम करना है.

शिवसेना UBT सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि मंत्री राम मोहन नायडू को इंडिगो संकट को लेकर संसद में स्पष्ट जानकारी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय को इंडिगो पर उचित कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि इंडिगो ने यात्रियों को काफी परेशानी में डाला है. प्रियंका चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि इंडिगो के पास नियमों में हुए बदलावों की पूरी जानकारी थी, लेकिन इसके बावजूद यात्रियों को असुविधा हुई.








