Love Relationship: तनाव और ब्रेकअप जैसी समस्याओं से बचने के लिए इन ग्रहों को रखें शांत, करें ये उपाय
ABP News
शनि देव (Shani Dev), राह और केतु अशुभ होने पर लव रिलेशन (Love Relationship) को प्रभावित करते हैं.ग्रहों के अशुभ होने पर कई तरह की परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है.ग्रहों की अशुभता से कैसे बचा जा सकता है, जानते हैं उपाय
Love Relation Astrology: लव रिलेशन में आने वाली बाधाओं के पीछे कभी कभी ग्रहों का भी हाथ होता है. ये ग्रह अपनी दशा, राशि परिर्वन और कमजोरी स्थिति में प्रेम संबंधों को प्रभावित करते हैं. प्रेम संबंधों में शनि, मंगल, सूर्य, राहु और केतु की भूमिका अहम मानी जाती है. ये ग्रह जब अशुभ होते हैं और जन्म कुंडली के 5 भाव पर दृष्टि डालते हैं तो लव रिलेशन में दिक्कतें आरंभ होती हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्म कुंडली का पंचम भाव प्रेम संबंध यानि लव रिलेशन का भी बताया गया है. शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या (Shani Ki Sade Sati/ Shani Ki Dhaiya)शनि देव लव रिलेशन पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं. जन्म कुंडली के पंचम भाव पर जब शनि देव की दृष्टि पड़ती है तो मानिसक तनाव और दूरियां बढ़ाने का काम करते हैं. शनि देव को ज्योतिष शास्त्र में एक क्रूर ग्रह माना गया है. शनि देव अपनी दशा, अंर्तदशा के साथ साथ जब शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या के दौरान भी लव रिलेशन में दिक्कतें आती हैं. इस इन राशियों पर शनि की दृष्टि है-More Related News