LIVE: दिल्ली के संत परमानंद अस्पताल में दो घंटे का बचा ऑक्सीजन, वाइस प्रेसिडेंट ने किया दावा
AajTak
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस संक्रमण के 4,01,993 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,91,64,969 हो गई तथा 3,523 और लोगों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 2,11,853 हो गई है.
कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है. ऑक्सीजन की कमी की वजह से अस्पतालों में मरीज दम तोड़ रहे हैं. कई मरीजों को तो अस्पताल तक नसीब नहीं हो रहा है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लिखा है कि आज भारत के कोरोना मरीज़ों के दैनिक आंकड़े के 4 लाख के पार जाने पर पूरी दुनिया में गंभीर चिंता व्यक्त की जा रही है. विश्व के विशेषज्ञ लॉकडाउन की सलाह दे रहे हैं लेकिन भाजपा सरकार अभी भी स्थिति की भयावहता को न मानकर लगातार झूठ बोल रही है. Delhi's oxygen demand = 976 MT Paper allocation made by Centre = 490MT Oxygen delivered to Delhi = 312 MT Not even 1/3rd of the total oxygen needed by Delhi is being given. We are gasping for breath! संत परमानंद अस्पताल में दो घंटे का बचा ऑक्सीजनलखनऊ में लस्वर तिले को लेकर हिन्दू पक्ष और मुस्लिम पक्ष आमने-सामने हैं. ताजा सुनवाई में स्पष्ट तौर पर मुस्लिम पक्ष ने मांग की थी कि इसकी सुनवाई नहीं की जानी चाहिए कोर्ट में लेकिन कोर्ट ने उनकी यह याचिका खारिज कर दी है और अब सुनवाई उसी कोर्ट में चलेगी. इस पूरे मामले पर मुख्य पक्षकार से जानें पूरा मामला.
डीसीपी साउथ वेस्ट रोहित मीना ने बताया कि 28 मई 2024 को पुलिस अधिकारियों द्वारा हमला करने और जबरन वसूली के संबंध में एक पीसीआर कॉल वसंत कुंज साउथ थाने में मिली थी. इस पर कार्रवाई करते हुए थाने में आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. मामले में कार्रवाई करते हुए पांच पुलिसकर्मियों को जेल भेज दिया गया है.
पुणे पोर्श कांड में सरकारी डॉक्टरों की एक बड़ी लापरवाही सामने आई. दावा है कि इन डॉक्टरों ने नाबालिग आरोपी के ब्लड सैंपल से छेड़छाड़ की थी, ताकि हादसे के वक्त उसके नशे में होने की बात साबित न हो सके. इस वीडियो में जानेंगे कि आखिर ब्लड में कितना अल्कोहल मिलने पर ड्रिंक एंड ड्राइव का केस बनता है और अगर आसा होता है तो सजा कितनी होती है?
हम सभी को मानसून से बड़ी उम्मीद है. क्योंकि कई राज्य भीषण गर्मी की चपेट में हैं. टेंपरेचर 40 से शुरू होकर 50 या इससे ऊपर तक जा रहा है. इस दौरान प्रचंड गर्मी से ज्यादा ना सही, कुछ हद तक राहत दिलाने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. कहीं गर्मी के प्रकोप से बचाने का जुगाड़ तैयार किया जा रहा है, तो कहीं जंगली जानवरों को चिलचिलाती गर्मी से राहत दिलाने की कोशिशें जारी हैं.