Krishan Leela : द्वारिका न मथुरा, इस मंदिर में आज भी धड़कता है कृष्ण का दिल!
ABP News
महाभारतकाल के ग्रंथों में कृष्ण मृत्यु की वजह बहेलिया के तीर लगना बताया गया है, लेकिन अंतिम संस्कार के बावजूद कृष्ण अंश के रूप में आज भी जीवित हैं, किवदंतियों के मुताबिक पुरी के जगन्नाथ मंदिर में श्रीकृष्णजी का प्राणपूरक अंश विद्यमान है, जो वहां स्थापित की उनकी काठ की मूर्ति में मौजूद होने का दावा किया जाता है.
Krishna Leela: पुरी के जगन्नाथ मंदिर में कृष्ण भाई बलदाऊ और बहन सुभद्रा के साथ विद्यमान हैं. यह मंदिर खुद में ढेरों रहस्य समेटे हुए है. उन्हीं में से से एक है, मूर्तियों के भीतर मौजूद ब्रह्म पदार्थ, इसे ही कृष्ण के हृदय अंश से जोडक़र देखा जाता है. मान्यता है कि जब कृष्ण का अंतिम संस्कार हुआ तो सारा शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया, लेकिन दिल सामान्य इंसान की तरह आज भी धड़कता है और यह आज भी जगन्नाथ की काठ मूर्ति में है, जो कालांतर में ब्रह्म पदार्थ कहा गया है. कड़ी सुरक्षा में बदली जाती है मूर्तिहर 12 साल में जगन्नाथजी की मूर्ति बदली जाती है. ऐसा करते समय पुरी शहर में ब्लैक आउट कर दिया जाता है. पूरे शहर में कहीं भी लाइट नहीं होती. मंदिर परिसर को सीआरपीएफ घेर लेती है. इस दौरान कोई भी मंदिर में नहीं जा सकता. यहां तक की मूर्ति बदलते समय पुजारी की आंखों पर भी पट्टी बांध दी जाती है. पुरानी मूर्ति से एक पदार्थ निकाल कर नई मूर्ति में लगाया जाता है, यही ब्रह्म पदार्थ है.More Related News