
Ishan Kishan: ईशान किशन का ढुलमुल रवैया जारी , 'द्रविड़ सर' के आदेश की भी उड़ाईं धज्जियां... नहीं खेला रणजी मैच, अब आगे क्या?
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राहुल द्रविड़ के इंस्ट्रक्शन के बाद भी ईशान किशन रणजी मैच खेलने नहीं पहुंचे, जबकि उनकी घरेलू टीम झारखंड 12 जनवरी से महाराष्ट्र के खिलाफ मैच खेल रही है. द्रविड़ ने साफ किया था कि ईशान किशन को टीम में कमबैक के लिए घरेलू क्रिकेट में अपनी फिटनेस साबित करनी होगी. ऐसे में ईशान किशान का यह ढुलमुल रवैया क्यों है, यह समझ से परे है.
Ishan Kishan Latest Update: टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ के निर्देश के बाद भी विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन रणजी मैच खेलने नहीं पहुंचे. ऐसे में उनके भविष्य पर सवाल उठ रहे हैं, ईशान को अफगानिस्तान के खिलाफ सीरीज में भी जगह नहीं मिली थी. उनकी जगह टीम में जितेश शर्मा और संजू सैमसन को शामिल किया गया.
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में संजू सैमसन ने शतक जड़कर खुद को साबित किया. वहीं केएल राहुल ने टेस्ट में शानदार विकेटकीपिंग की है. सेंचुरियन टेस्ट में उन्होंने शानदार शतक लगाया.
ऐसे में 25 साल के ईशान किशन के भविष्य पर तलवार लटक रही है. हालांकि हेड कोच राहुल द्रविड़ ने अफगानिस्तान के खिलाफ पहले टी20 मैच से पहले संकेत दिया था कि ईशान को भारतीय टीम में अपनी जगह पाने के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए. इसे बाद भी ईशान रणजी मैच खेलने नहीं पहुंचे, झारखंड की टीम 12 जनवरी से महाराष्ट्र से पुणे में रणजी मैच खेल रही है. लेकिन टीम की लिस्ट से ईशान गायब दिखे .
टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ईशान किशन ने पिछले महीने लगातार क्रिकेट शेड्यूल से मानसिक थकान की बात कहर ब्रेक लिया था. ब्रेक के बाद ईशान 'कौन बनेगा करोड़पति' में दिखे, वहीं दुबई में भी छुट्टियां मनाने पहुंचे.
इस दौरान उनका झारखंड की टीम के अधिकारियों से भी संपर्क से बाहर रहे. इसके बाद ईशान के रवैए पर सवाल उठे. ईशान ने पिछले साल वेस्टइंडीज दौरे, एशिया कप, वनडे वल्ड कप, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज और दक्षिण अफ्रीका दौरे का हिस्सा रहने के बाद मानसिक थकान का हवाला देते हुए ब्रेक का विकल्प चुना था.
ईशान ने JSCA से नहीं किया संपर्क

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज का तीसरा और निर्णायक मैच अब शनिवार (6 दिसंबर) को वाइजैग (विशाखापत्तनम) में है. रांची में भारत जीता और रायपुर में अफ्रीकी टीम ने जीत दर्ज की. वाइजैग के साथ भारत के लिए एडवांटेज यह है कि यहां टीम का रिकॉर्ड शानदार है. यहां कोहली-रोहित चलते हैं, साथ ही 'ब्रांड धोनी' को पहली बड़ी पहचान यहीं मिली थी.












