IAS अभिषेक सिंह का इस्तीफा, फरवरी से चल रहे थे सस्पेंड; पत्नी दुर्गा शक्ति नागपाल हैं डीएम
AajTak
IAS Abhishek Singh: गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान आईएएस अभिषेक सिंह को ऑब्जर्वर बनाकर भेजा गया था. इस दौरान अभिषेक ने सरकारी गाड़ी के आगे खड़े होकर फोटो खिंचवाया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया. इसी मामले ने तूल पकड़ लिया था.
चर्चित आईएएस अभिषेक सिंह ने इस्तीफा दे दिया है. अभिषेक सिंह ने गुजरात विधानसभा में ऑब्जर्वर की ड्यूटी के दौरान कार के आगे फोटो खिंचवाकर इंटरनेट मीडिया पर डाल दिया था जिससे काफी चर्चा में आए थे. अभिषेक सिंह की पत्नी दुर्गा शक्ति नागपाल भी एक आईएएस अधिकारी हैं और उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की डीएम हैं. अभिषेक सिंह फरवरी 2023 से निलंबित चल रहे थे.
जानकारी के मुताबिक, गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान आईएएस अभिषेक की बतौर ऑब्जर्वर ड्यूटी लगी थी. इस दौरान एक सरकारी गाड़ी के आगे खड़े होकर फोटो खिंचवाने के मामले ने तूल पकड़ लिया था. विधानसभा चुनाव के बीच आईएएस अधिकारी के आचरण को ठीक नहीं माना गया था और उन्हें ऑब्जर्वर की ड्यूटी से हटा दिया गया था. हालांकि, उसके बाद अभिषेक सिंह ने नियुक्ति विभाग में रिपोर्ट नहीं किया था. इसके बाद राज्य सरकार ने अधिकारी को निलंबित करके राजस्व परिषद से अटैच कर दिया था. लेकिन अब उन्होंने इस्तीफा दे दिया है.
दरअसल, अभिषेक सिंह को साल 2015 में 3 साल के लिए दिल्ली सरकार में प्रतिनियुक्ति दी गई थी. 2018 में प्रतिनियुक्ति की अवधि 2 वर्ष के लिए बढ़ाई गई और वह मेडिकल लीव पर चले गए, इसलिए उन्हें दिल्ली सरकार ने 19 मार्च 2020 को उनके मूल कैडर में वापस भेज दिया. इसके बाद भी लंबे समय तक उन्होंने यूपी में जॉइनिंग नहीं की थी.
10 अक्टूबर 2022 को नियुक्ति विभाग ने आईएएस अभिषेक सिंह का पक्ष मांगा, जिसका भी कोई जवाब नहीं मिला. इसी बीच, 30 जून 2022 को अधिकारी ने यूपी में जॉइनिंग की हामी दी. आईएएस अफसर अभिषेक सिंह ने दिल्ली से रिलीज होने के बाद भी यूपी के नियुक्ति विभाग में अपनी योगदान की आख्या नहीं दी थी. यूपी सरकार ने इस कृत्य को अखिल भारतीय सेवाएं आचरण नियमावली 1968 के नियम 3 का उल्लंघन मानते हुए आईएएस अभिषेक सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबन कर राजस्व परिषद से संबंध कर दिया था.
पत्नी हैं बांदा की DM
2011 बैच के आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह जौनपुर के निवासी हैं. उनकी पत्नी दुर्गा शक्ति राजपाल बांदा जनपद की डीएम हैं.
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.