HOLI: इस होली घर पर बनाएं नेचुरल कलर, जानें तरीका
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फाल्गुन मास की पूर्णिमा को हर साल होली का त्योहार मनाया जाता है. हिंदू धर्म में होली का त्योहार बहुत महत्व रखता है. देश भर के लोग रंगों के इस त्योहार को पूरे उत्साह के साथ मनाते हैं.
फाल्गुन मास की पूर्णिमा को हर साल होली का त्योहार मनाया जाता है. हिंदू धर्म में होली का त्योहार बहुत महत्व रखता है. देशभर के लोग रंगों के इस त्योहार को पूरे उत्साह के साथ मनाते हैं. हालांकि, ब्रज की होली की अपनी अलग ही बात है. मथुरा, वृंदावन, गोवरधन, गोकुल, नंदगांव और बरसाना में बहुत ही विशेष तरीके से होली मनाई जाती है. इसमें से बरसाना की लठ्ठमार होली विश्व-विख्यात है. होली का त्योहार वसन्त ऋतु में मनाया जाता है. इसलिए होली में इस्तेमाल होने वाला गुलाल इस महीने के दौरान खिलने वाले पौधों और फूलों से बनाया जाता है. समय के साथ होली का त्योहार फेमस होता गया और धीरे-धीरे प्राकृतिक रंग केमिकल बेस्ड सिंथेटिक रंगों से बदल गए. ये रंग प्राकृतिक रंगों की तुलना में सस्ते जरूर हैं लेकिन स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए हानिकारक होते हैं. ऐसे में आप इन केमिकल युक्त रंगों की जगह पर नेचुरल रंगों से अपनी होली को स्पेशल और सेफ बना सकते हैं. आइए जानते हैं घर पर कैसे बनाएं नेचुरल कलर....कोटा जिला कलेक्टर ने तपती गर्मी से बच्चों को राहत देने के लिए कोचिंग संस्थानों को निर्देशित किया है कि दोपहर 12:00 बजे से पहले और 3:00 के बाद ही कोचिंग के बच्चों के क्लास का समय रखें. दोपहर 12 से 3 के बीच टेंपरेचर 47 से 48 रह रहा है और इस बीच अगर कोचिंग क्लास के लिए बच्चे निकलते हैं तो लू-ताप से बीमार होने की संभावना रहती है.
Electric Scooter Fire: बीते दिनों दिल्ली के कृष्णा नगर इलाके में चार मंजिला बिल्डिंग में आग लग गई. जिस इमारत में आग लगी उसके बेसमेंट में 11 टू-व्हीलर खड़े थें जिनमें एक इलेक्ट्रिक इस्कूटर भी था. बताया जा रहा है कि, इस इलेक्ट्रिक स्कूटर को चार्ज में लगाया गया था और सबसे पहले आग इसी स्कूटर में लगी थी.