
Happy Birthday Sourav Ganguly: भारतीय टीम के सबसे बड़े 'दादा' सौरव गांगुली की कहानी... जिन्होंने कंगारुओं का घमंड किया चकनाचूर
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Happy Birthday Sourav Ganguly: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली आज (8 जुलाई) 52 साल के हो गए. सौरव गांगुली की 'दादागीरी' की किस्से तो फैन्स के जेहन में बस चुके हैं. वो पल कौन भूल सकता है जब गांगुली ने शर्ट लहरकार इंग्लिश क्रिकेटर एंड्रयू फ्लिंटॉफ को जवाब दिया था.
Happy Birthday Sourav Ganguly: टेस्ट डेब्यू 'क्रिकेट का मक्का' कहे जाने वाले लॉर्ड्स पर... आगाज इतना बेहतरीन कि शुरुआती दो टेस्ट मैचों में शतक. फिर जब कप्तानी मिली तो देश को जीतने की आदत डाल दी, वो भी ऐसी 'दादागीरी' के साथ कि दुनिया दंग रह गई. जी हां! बात हो रही है 'प्रिंस ऑफ कोलकाता', 'ऑफ साइड के भगवान', 'बंगाल टाइगर' जैसे नामों से मशहूर सौरव गांगुली की. भारतीय फैन्स के चहते 'दादा' आज (8 जुलाई) 52 साल के हो गए.
भारतीय क्रिकेट टीम ने सौरव गांगुली कप्तानी में नई ऊंचाइयों को हासिल किया था. गांगुली ने टीम को ऐसे मुकाम पर पहुंचाया ,जो देश के बाहर भी जीतना जानती थी. वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह, युवराज सिंह जैसे स्टार क्रिकेटर्स के करियर को संवारने में 'दादा' का अहम रोल रहा. यहां तक कि महेंद्र सिंह धोनी ने भी गांगुली की कप्तानी में ही भारत के लिए अपना डेब्यू किया था.
...जब फ्लिंटॉफ को दिया तगड़ा जवाब
सौरव गांगुली की 'दादागीरी' की किस्से तो आज भी फैन्स के जेहन में हैं. वो पल कौन भूल सकता है जब गांगुली ने शर्ट लहरकार अंग्रेज क्रिकेटर एंड्रयू फ्लिंटॉफ को जवाब दिया था. दरअसल 13 जुलाई 2002 को इंग्लैंड के ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर मोहम्मद कैफ और युवराज सिंह की जादुई पारी के दम पर भारत ने फाइनल मैच में इंग्लैंड को हराकर नेटवेस्ट सीरीज पर कब्जा किया.
इसके बाद लॉर्ड्स की बालकनी में गांगुली ने अपनी टी-शर्ट उतारकर ऐसे लहराई कि यह वाकया इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया. फ्लिंटॉफ ने उसी साल फरवरी (3 फरवरी 2002) में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत पर जीत के बाद अपनी शर्ट निकालकर मैदान में दौड़ लगाई थी. ऐसे में 'दादा' ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसे फ्लिंटॉफ कभी नहीं भूल सकते. बदला चुकता करने के लिए लॉर्ड्स से बड़ी जगह और कुछ नहीं हो सकती थी.

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज का तीसरा और निर्णायक मैच अब शनिवार (6 दिसंबर) को वाइजैग (विशाखापत्तनम) में है. रांची में भारत जीता और रायपुर में अफ्रीकी टीम ने जीत दर्ज की. वाइजैग के साथ भारत के लिए एडवांटेज यह है कि यहां टीम का रिकॉर्ड शानदार है. यहां कोहली-रोहित चलते हैं, साथ ही 'ब्रांड धोनी' को पहली बड़ी पहचान यहीं मिली थी.












