Gita Jayanti 2021: गीता जयंती आज, जानें इस दिन का महत्व और पूजन विधि
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गीता को हिन्दुओं का सर्वमान्य एकमात्र धर्मग्रंथ माना गया है. गीता जयंती के दिन गीता के श्लोकों का पाठ किया जाता है. गीता में श्लोक के माध्यम से जीवन जीने की कला सीखाई गई है. श्रीकृष्ण द्वारा कही गई गीता लोगों को अच्छे-बुरे कर्मों का फर्क समझाती है. आज के दिन गीता का पाठ करने से भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है.
Gita Jayanti 2021: हर साल मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को गीता जयंती मनाई जाती है. सनातन धर्म में गीता जयंती का महत्व बहुत ज्यादा है. महाभारत युद्ध से पहले भगवान श्रीकृष्ण ने इसी दिन अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था, इसलिए इसे जयंती के रूप में मनाया जाता है. श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ और अनुसरण करने वाले व्यक्ति को मृत्यु के पश्चात मोक्ष की प्राप्ति होती है. गीता सब तरह के संकटों से प्रत्येक उबारने का सर्वोत्तम साधन है. श्रीमद्भगवद्गीता के 18 अध्यायों में कर्मयोग, ज्ञानयोग और भक्तियोग का उपदेश है. गीता जयंती के दिन ही मोक्षदा एकादशी भी मनाई जाती है.
कोटा जिला कलेक्टर ने तपती गर्मी से बच्चों को राहत देने के लिए कोचिंग संस्थानों को निर्देशित किया है कि दोपहर 12:00 बजे से पहले और 3:00 के बाद ही कोचिंग के बच्चों के क्लास का समय रखें. दोपहर 12 से 3 के बीच टेंपरेचर 47 से 48 रह रहा है और इस बीच अगर कोचिंग क्लास के लिए बच्चे निकलते हैं तो लू-ताप से बीमार होने की संभावना रहती है.