
Gen Z प्रोटेस्ट: नेपाल की जेलों से भागे कैदियों की धर पकड़ जारी, 79 और गिरफ्तार
AajTak
नेपाल में हुए जेन-ज़ी प्रोटेस्ट के बाद 79 कैदी जेल से भाग निकले और भारत-नेपाल सीमा पार करने की कोशिश में पकड़े गए. सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने इन्हें गिरफ्तार किया. इनमें दो नाइजीरियाई, एक ब्राज़ीलियाई और एक बांग्लादेशी नागरिक शामिल हैं, जिनकी उम्र 29 से 40 साल है.
नेपाल में हुए जेन-ज़ी प्रोटेस्ट के बाद देश की कई जेलों में बंद कैदी भाग निकले. तमाम जेलों से भागे कुल 79 कैदियों को सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने भारत-नेपाल सीमा पर कई चौकियों से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया है.
जानकारी के मुताबिक, संबंधित अधिकारी ने बताया कि इन कैदियों में दो नाइजीरियाई, एक ब्राज़ीलियाई और एक बांग्लादेशी भी है. ये चारों विदेशी नागरिक 29 से 40 साल की आयु वर्ग के हैं. इससे पहले पुलिस ने रविवार को बताया था कि पिछले हफ़्ते नेपाल में हुए हिंसक सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान विभिन्न जेलों से भागे 3,700 से ज़्यादा कैदियों को फिर से गिरफ़्तार कर लिया गया है.
एजेंसी के मुताबिक, नेपाल पुलिस के प्रवक्ता, उप महानिरीक्षक बिनोद घिमिरे ने बताया कि रविवार दोपहर तक 3,723 कैदियों को जेलों में लाया जा चुका है.
'भारतीय पुलिस ने की मदद...'
हालांकि, 10,320 कैदी अभी भी फरार हैं, इसलिए उन्होंने जनता से सतर्क रहने का आग्रह किया. उन्होंने बताया कि कुछ कैदी खुद से लौट आए, जबकि भारतीय पुलिस ने भी भारत भागने की कोशिश करने वालों को गिरफ़्तार करने में मदद की. उप महानिरीक्षक घिमिरे ने बताया कि नेपाली सेना, नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस बल द्वारा भागे हुए कैदियों को गिरफ़्तार करने का अभियान जारी है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ जन-ज़ी प्रोटेस्ट और विभिन्न सोशल मीडिया साइटों पर प्रतिबंध के बाद हुई बर्बरता, आगजनी और प्रदर्शन के कारण प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा था.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.








