DNA ANALYSIS: आर्कटिक में रूस का 'समुद्र मंथन', बेशकीमती खजाने पर 8 बड़े देश कर रहे दावा
Zee News
आर्कटिक में रूस का मिलिट्री बेस है और इसमें एक साथ 150 सैनिक रह सकते हैं. बर्फ के इस रेगिस्तान में रूस का ये अकेला सैन्य ठिकाना नहीं है, बल्कि रूस ने इस इलाके में कई जगहों पर अपने सैनिक और आधुनिक हथियार तैनात कर दिए हैं.
नई दिल्ली: आज हम आपको युद्ध के उस नए मैदान में लेकर चलते हैं, जो वैसे तो चारों तरफ से बर्फ, वीरान जमीन और समुद्र से घिरा है, लेकिन अब दुनिया के बड़े बड़े देश इस पर कब्जा करने के लिए जी जान से जुटे गए हैं. दुनिया का जो भी देश इस पर कब्जा कर लेगा, उसकी अर्थव्यवस्था को 2 हजार 610 लाख करोड़ रुपये का फायदा होगा. ये रकम अमेरिका और चीन की आज की कुल अर्थव्यवस्था से भी ज्यादा है. हम उत्तरी ध्रुव यानी नॉर्थ पोल पर मौजूद आर्कटिक सर्किल की बात कर रहे हैं. साल के ज्यादातर समय बर्फ से घिरे रहने वाले आर्कटिक पर रूस समेत करीब आठ देश अपना दावा करते हैं, लेकिन रूस अपने दावे को मजबूत करने के लिए सबसे ज्यादा जोर लगा रहा है.More Related News
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास के खिलाफ युद्ध में अगर जरूरत पड़ी तो उनका देश ‘अकेला भी खड़ा’ रहेगा. नेतन्याहू का यह बयान, बृहस्पतिवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की उस चेतावनी के बाद आया जिसमें कहा गया है कि अमेरिका, इजराइल को दक्षिणी गाजा शहर रफह पर हमले के लिए हथियार मुहैया नहीं करेगा.