CM धामी से मिला ‘इंडियन मुस्लिम फॉर प्रोग्रेस एंड रिफॉर्म्स’का प्रतिनिधि मंडल, कई मुद्दों पर हुई चर्चा
AajTak
पिछले दिनों मुस्लिम समुदाय के ऐसे कई परिवारों ने पुरोला छोड़ दिया जो सालों से वहां रहकर अपना व्यापार कर रहे थे. इसी घटना को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इंडियन मुस्लिम फॉर प्रोग्रेस एंड रिफॉर्म्स के प्रतिनिधि मंडल ने देहरादून स्थित मुख्यमंत्री आवास में मुलाकात की है.
उत्तरकाशी के पुरोला में लव जिहाद के मामले आने के बाद हुए सड़कों पर प्रदर्शन और समुदाय विशेष के परिवारों द्वारा पुरोला और बड़कोट से पलायन करने के मुद्दे को लेकर आज मुस्लिम समुदाय के एक दल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की.
पुरोला में हालात अभी शांत है, लेकिन पिछले दिनों मुस्लिम समुदाय के ऐसे कई परिवारों ने पुरोला छोड़ दिया जो सालों से वहां रहकर अपना व्यापार कर रहे थे. इसी घटना को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इंडियन मुस्लिम फॉर प्रोग्रेस एंड रिफॉर्म्स के प्रतिनिधि मंडल ने देहरादून स्थित मुख्यमंत्री आवास में मुलाकात की है.
इस मुलाकात में आईएमपीएआर ( IMPAR ) के अध्यक्ष एम.जे. खान, अजमेर शरीफ और कलियर शरीफ दरगाह के गद्दी नशीन, पत्रकार वकील और सेना से रिटायर्ड बुद्धिजीवी वर्ग वाले प्रतिनिधिमंडल ने आग्रह किया कि जिस प्रदेश में धार्मिक प्रवृत्ति के लोग हो और जहां धार्मिक दृष्टि से देश और दुनिया के लोग बड़ी संख्या में पहुंचते हैं वहां इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो.
वही अजमेर शरीफ दरगाह के गद्दी नशीन ने पुरोला की घटना पर सोशल मीडिया को जिम्मेदार मानते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर चलाई जा रही फेक न्यूज़ के कारण प्रदेश का माहौल बिगड़ा है ऐसे में उनकी लोगों से अपील है कि सोशल मीडिया पर आई किसी भी भ्रामक खबरों पर भरोसा ना करें. इसके साथ ही ये भी हिदायत दी है कि इस वक्त हिंदू–मुस्लिम समुदायों के एक साथ एक मंच पर संवाद करने की बेहद ज़रूरत है.
इंडियन मुस्लिम फॉर प्रोग्रेस एंड रिफॉर्म्स, दिल्ली के अध्यक्ष एमजे खान ने मुलाकात करने के बाद कहा कि उत्तराखंड से जो तस्वीरें मीडिया के ज़रिए प्रचारित प्रसारित हो रही थी उनके कारण प्रदेश और देश की छवि दुनियाभर में खराब हुई है.
उन्होंने कहा कि कई बार कुछ संवेदनशील बेवजह की बयानबाजी से भी माहौल बिगड़ता है. जबकि ऐसे लोगों पर भी उन्होंने कार्रवाई की बात कही है. जो नाम बदल कर समाज में रहते हैं और अपनी पोस्ट पहचान छुपाते हैं. वही इस बैठक के दौरान प्रदेश में मजारों पर चल रही कार्यवाही को लेकर भी मुख्यमंत्री से चर्चा की गई थी. जिसमें मुख्यमंत्री ने इस बात का भरोसा दिया है कि जिन जगहों पर बेवजह अतिक्रमण किया गया है केवल उन्हीं पर कार्रवाई की गई है.
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.