
42 घंटे गाना गाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का दावा, बिना सोए क्रिसमस सॉन्ग गाता रहा शख्स
AajTak
एक शख्स ने ने लगातार 42 घंटे तक क्रिसमस सॉन्ग गाकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने का दावा किया है. इस दौरान उसकी आवाज भी नहीं बदली.
क्रिसमस नजदीक आ चुका है. लोग इसके प्रति अपने समर्पण और खुशी को अलग-अलग अंदाज में दिखा रहे हैं. ऐसे ही एक शख्स ने दो दिन तक बिना सोए लगातार क्रिसमस सॉन्ग गाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का दावा किया है. डेव परचेज नाम के इस शख्स ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराने की कोशिश में मारिया कैरी से लेकर व्हैम तक के क्रिसमस के क्लासिक गीत गाने में लगभग दो दिन बिता दिए.
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, 32 घंटे बाद खुद को "मतिभ्रम" जैसा महसूस करने और हार मानने के करीब होने के बावजूद, 63 साल डेव ने हार नहीं मानी. उन्होंने बुधवार (10/12 दिसंबर) की आधी रात को चैलेंज शुरू की और 684 गाने गाने के बाद शुक्रवार (12/12 दिसंबर) को इसे समाप्त किया.
सिंगिंग चैलेंज के साथ ही यह शारीरिक चुनौती भी थी ग्लॉस्टर के बंदरगाह पर आयोजित गायन प्रतियोगिता में डेव की मदद करने के लिए एक डिमेंशिया गायक मंडली, एक बच्चों की गायक मंडली और स्थानीय लोग मौजूद थे जो अपना समर्थन दिखाने आए थे. सिंगिंग चैलेंज खत्म करने के बाद डेव ने कहा कि यह केवल गाने की चुनौती नहीं थी, बल्कि एक शारीरिक चुनौती भी थी.
उन्होंने बताया कि शुक्रवार की सुबह लगभग 4 बजे मैंने लगभग हार मान ली थी. मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं आगे नहीं बढ़ सकता. क्योंकि नींद की कमी के कारण मुझे मतिभ्रम हो रहा था. मैं गाने गाते-गाते सो जाता था.
अंतिम 10 घंटे में टूटने लगी थी हिम्मत मैंने सोचा कि मुझे नहीं पता कि मैं अगले 10 घंटे तक जारी रख पाऊंगा या नहीं' लेकिन हैरानी की बात यह है कि जब भीड़ जमा होने लगी तो मुझपर एड्रेनेलिन हावी हो गया. मेरी आवाज का निचला सुर जो गायब हो गया था, वो ठीक हो गया.
मुझे पता था कि अगर मैं खुद को जगाए रखूं, शारीरिक रूप से ध्यान केंद्रित रखूं, तो मैं इससे उबर सकता हूं. यह एक विश्व रिकॉर्ड है और यही तो इनका मकसद है. इस रिकॉर्ड को हासिल करने के लिए आपको सचमुच अपनी पूरी ताकत लगानी पड़ती है.

अरब देशों ने 56 हजार पाकिस्तान के भिखारियों को उनके देश डिपोर्ट कर दिया. अक्सर पाकिस्तान से तीर्थ के लिए सऊदी अरब और UAE जैसे देश जाने वाले लोग वहां भीख मांगने लगते हैं. यह पूरा काम संगठित तौर पर होता है. पाकिस्तान से लेकर मिडिल-ईस्ट तक इसका पूरा नेटवर्क फैला हुआ है. ऐसे में समझते हैं पाकिस्तान के भिखारियों की कमाई का पूरा अंकगणित.












