
सात साल का अगवा मासूम बच्चा बरामद, मां के पूर्व लिवइन पार्टनर ने किया था अपहरण, हैरान कर देगी वजह
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पुलिस के मुताबिक, मोबाइल रिपेयर का काम करने वाले अजय वर्मा ने अपने साथियों के साथ मिलकर उस महिला के 7 वर्षीय बेटे का अपहरण करने की साजिश रची ताकि वो महिला के साथ फिर से रिश्ता शुरू कर सके.
दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे मासूम बच्चे को रेस्क्यू किया है, जिसे अगवा कर लिया गया था. हैरानी की बात ये है कि उस बच्चे का अपहरण फिरौती के लिए नहीं बल्कि उसकी मां को हासिल करने के लिए किया गया था. इस मामले का खुलासा करने वाली पुलिस भी आरोपी के मकसद को जानकर हैरान है. चलिए आपको बताते हैं, इस अपहरण कांड की पूरी कहानी.
इस वारदात में एक सात साल का मासूम बच्चा है. उसकी मां है. और है मां का पूर्व लिव-इन पार्टनर. पुलिस ने अपहरण के इस सनसनीखेज मामले में मुख्य आरोपी और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है.
दरअसल, पुलिस ने बताया कि एक शादीशुदा महिला अपने बेटे को साथ लेकरस एक शख्स के साथ लिव इन में रह रही थी. वो हरियाणा के हांसी में 24 वर्षीय अजय वर्मा के साथ रह रही थी, लेकिन कुछ दिनों में ही उनके रिश्ते में दरार आ गई. नतीजा ये हुआ कि अजय वर्मा का व्यवहार बदलता गया और हिंसा बढ़ती गई. इसी बात से परेशान होकर उस महिला ने अजय से रिश्ता तोड़ दिया और अपने बेटे को साथ लेकर दिल्ली में अपने माता-पिता के घर चली गई.
उसके लौट जाने से अजय वर्मा परेशान हो गया. उसे अहसास होने लगा कि वो उस महिला के बिना नहीं रह सकता. वो उसे मनाने की कोशिश करता रहा. लेकिन महिला नहीं मानी. बस यहीं से अजय का दिमाग बहक गया. फिर मोबाइल रिपेयर का काम करने वाले अजय ने अपने साथियों के साथ मिलकर उस महिला के 7 वर्षीय बेटे का अपहरण करने की साजिश रची ताकि वो महिला के साथ फिर से रिश्ता शुरू कर सके.
इस काम में उसका साथ उसके दो दोस्तों ने दिया. जिनकी पहचान टेंट हाउस में काम करने वाले 18 वर्षीय अमित, पीवीसी फैक्ट्री में काम करने वाले 20 वर्षीय सचिन और सफाई कर्मचारी 20 वर्षीय अजय के रूप में हुई है. अमित और सचिन हरियाणा के हिसार के रहने वाले हैं, जबकि अजय दिल्ली के विकासपुरी का रहने वाला है.
पुलिस के अनुसार, बच्चे की मां ने 28 सितंबर को विकासपुरी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसका बेटा पिछले दिन स्कूल से घर नहीं लौटा था और उसने अजय वर्मा पर शक जताते हुए कहा कि उसके बेटे का अपहरण करने के पीछे अजय हो सकता है. पुलिस ने फौरन भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया और जांच शुरू की.

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