
वो अमेरिकी बाबा, जिसने स्वर्ग पहुंचाने का लालच देकर सैकड़ों अनुयायियों को दे दिया जहर, बनाया था नया पंथ
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हाथरस हादसे के पीछे असल वजह अब तक सामने नहीं आ सकी. कहा जा रहा है कि नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के पैरों की धूल लेने के लिए भीड़ उमड़ी और भगदड़ मच गई. कथित बाबा तब से गायब है. ऐसे लोग दूसरे देशों में भी होते रहे. अमेरिका में एक बाबा ने जन्नत का सपना दिखाकर नौ सौ से ज्यादा लोगों को जहर पिला दिया था. इनमें बहुत से बच्चे थे.
लैटिन अमेरिकी देश गुयाना के जंगलों में सत्तर के दशक में सैकड़ों लाशें मिलीं. ये उन आस्तिकों की थीं, जो कथित बाबा जिम जोन्स के साथ स्वर्ग जाने की तैयारी में थे. मौत के बाद बढ़िया जिंदगी के सपने दिखाकर जिम ने सारे भक्तों को जहर मिला जूस पिला दिया. जिसने भी जहर पीने से इनकार किया, उन्हें बंदूक के बल पर मार दिया गया. खास बात ये है कि इस बाबा ने भी अपना एक अलग पंथ बनाया हुआ था, जिसे पीपल्स टेंपल कहते.
शुरू किया अपना एक पंथ
अमेरिकी राज्य इंडियाना के गरीब घर में जन्मा जोन्स बचपन से ही धर्म की बातें पढ़ता. शुरुआत ईसाई धर्म से हुई, लेकिन बड़ा होते-होते उसने खुद अपना एक पंथ बना डाला, जिसे नाम दिया पीपल्स टेंपल. ये पचास के दशक की बात है, जब अमेरिका में अश्वेतों पर काफी हिंसा होती. युवा होते जोन्स ने इस बात को अपनी ताकत बना दिया. वो कहने लगा कि पीपल्स टेंपल सबके लिए है, उस कम्यून में कोई भेद नहीं. जल्द ही अश्वेत और समाज को सुधारने की इच्छा रखने वाले श्वेत भी उसमें शामिल होने लगे. ये ईसाई धर्म की तरह तो था, लेकिन पूजापाठ नहीं था.
अमेरिका से भागकर पहुंचा गुयाना
लगभग 30 साल की उम्र में इस बाबा के पास अनुयायियों की अच्छी-खासी फौज हो गई, जो उसके इशारे पर कुछ भी करने को तैयार रहती. यही वो वक्त था, जब जोन्स ने अपना हेडक्वार्टर कैलीफोर्निया शिफ्ट कर लिया. यहां सुनसान इलाके में जोन्स अपनी मर्जी दिखाने लगा. वो खुद को भगवान बताने के अलावा पैसों की धोखाधड़ी, यहां तक कि बच्चों का यौन शोषण तक करने लगा. काफी वक्त बाद ये खबरें बाहर आईं तो जोन्स ने आननफानन कैलीफोर्निया छोड़ दिया और श्रद्धालुओं के साथ ही गुयाना शिफ्ट हो गया.

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