वैक्सिनेशन डेटा लीक का दावा क्यों झुठला रही सरकार?: दिन भर, 12 जून
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कोविड के उरूज़ पर सरकार के लिए कोविन का टीका ज़रूरी हथियार था, अब वो डेटा लीक की वजह से चर्चा में है.. एक रिपोर्ट दावा कर रही है कि बड़े बड़े लोगों के नम्बर और पर्सनल डेटा लीक हो गया है, ये कैसे हुआ, किसकी ज़िम्मेदारी बनती है, आज दिल्ली के दो बड़े नेता देश के दो राज्यों में दौरे पर पहुंचे. गृह मंत्री अमित शाह तमिलनाडु में थे और प्रियंका गांधी मध्यप्रदेश में. चुनावी शोर में दोनों नेताओं ने वोट के लिए कौन से सुर बांधे. चक्रवात के खतरे की ज़द में देश के तीन राज्य आ चुके हैं. 15 तारीख को गुजरात में तूफानी दस्तक का डर है तो शासन- प्रशासन की तैयारियों और चुनौतियों पर ग्राउंड से जानकारियां लेंगे,
कोविन पोर्टल तो आपको याद होगा ही. कोविड के दौरान इसने सरकार की बड़ी मदद की. अब वही पोर्टल सरकार की मुसीबत बना है. फोर्थ न्यूज़ नाम के डिजिटल प्लेटफॉर्म ने दावा किया है कि यहां से यूज़र्स का डेटा लीक हो गया. ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता साकेत गोखले ने भी ट्विटर पर एक टेलिग्राम चैनल के स्क्रीनशॉट डाले. इसमें पूर्व गृह मंत्री पी चिदम्बरम, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, कांग्रेस नेता जयराम रमेश समेत सैकड़ों ऐसे नाम दिखे जो पब्लिक फिगर हैं. इन सभी के फोन नंबर, उम्र, वोटर आईडी समेत निजी जानकारियां इसमें साफ-साफ देखी जा सकती हैं. इनके अलावा कई पत्रकारों के नाम भी इस लिस्ट में हैं, जैसे राजदीप सरदेसाई, बरखा दत्त, राहुल शिवशंकर.
इस वाकये के बाद विपक्ष हमलावर है. सरकारी पोर्टल कोविन की प्राइवेसी और सिक्योरिटी पर सवाल उठ रहे हैं. हालांकि सरकार ने इस लीक को नकारा है. आरएस शर्मा जो नेशनल हेल्थ ऑथोरिटी के सीईओ हैं उन्होंने इन बातों को गलत ठहराया. सुनिए 'दिन भर' में
दक्षिण में कर्नाटक हारने के बाद बीजेपी नए सिरे से सियासी धरातल तलाश रही है. बीते दो दिनों में गृह मंत्री अमित शाह चार राज्यों गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश के दौरे पर थे. चर्चा रही तमिलनाडु की. यहां उन्होंने एक रैली में डीएमके और कांग्रेस पर जम कर हमला बोला. राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के केंद्र से मदद न मिलने वाले आरोपों का भी जवाब दिया.
तमिलनाडु में अगले विधानसभा चुनाव 2025 में हैं. लेकिन उससे पहले लोकसभा चुनाव हैं. बीजेपी दक्षिण के इस बड़े राज्य में द्रमुक और अन्नाद्रमुक के बीच अपना जनाधार तलाशने की कोशिश जरूर करेगी ताकि लोकसभा के परिणामों में ये झलके. सवाल ये है कि कांग्रेस, द्रमुक और अन्नाद्रमुक के बीच बीजेपी के लिए तमिलनाडु की राजनीति में सफलता कितनी आसान या मुश्किल है? प्रेजेंट सीनेरियो में बीजेपी सियासी तौर पर कहाँ खड़ी नजर आती है? सुनिए 'दिन भर' में
Exit Poll: ममता और बसपा का एकला चलो, BRS का सफाया... 5 सियासी फैक्टर जो मोदी की हैट्रिक की सीढ़ी बने
एग्जिट पोल में तीसरी बार मोदी सरकार के अनुमान जताए गए हैं. इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में एनडीए को 361 से 401 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. पांच पॉइंट में समझिए वो सियासी फैक्टर जो एग्जिट पोल में पीएम मोदी की हैट्रिक की सीढ़ी बनते दिख रहे हैं.
दिल्ली में सियासी हलचल तेज हो गई है. राहुल गांधी कांग्रेस के मुख्यालय पहुंच चुके हैं और नीतीश कुमार पटना से दिल्ली आ रहे हैं. एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आए हैं, इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने 295 सीटों का अपना एग्जिट पोल दिया था. राहुल गांधी और नीतीश कुमार द्वारा दिल्ली में अपनी उपस्थिति और सियासी हलचल ने राजनीतिक दलों के बीच तनाव बढ़ा दिया है.
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने दावा किया कि बिहार में महागठबंधन 25 से ज्यादा सीटें हासिल करेगा. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने बेरोजगारी, भुखमरी, गरीबी, महंगाई से आजादी के लिए वोट किया है. उन्होंने यह भी कहा कि जनता का जनसैलाब तेजस्वी यादव के लिए प्यार दिखा रहा था. विरोधी दो दिन तक खुशफहमी में जी लें.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को लेकर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है. राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को प्रधानमंत्री मोदी का पोल बता दिया और उसे पूरी तरह से नकार दिया. राहुल गांधी ने दावा किया कि 'इंडिया गठबंधन' को 295 सीटें मिल रही हैं. सिद्धू मूसेवाला का गाने 295 जितनी हमारी सीटें आएंगी.
बैठक में खड़गे पार्टी उम्मीदवारों को 4 जून को काउंटिंग के दौरान एहतियात बरतने को लेकर दिशा निर्देश देंगे. मीटिंग में अध्यक्ष खड़गे के अलावा राहुल गांधी, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल भी मौजूद हैं. कांग्रेस ने यह बैठक ऐसे समय पर बुलाई है जब एक दिन पहले ही अंतिम दौर का मतदान पूरा होने के बाद एग्जिट पोल्स के नतीजे आए हैं.
देश में 543 लोकसभा सीटें हैं. इंडिया टुडे और एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, इस बार NDA को 361 से 401 सीटें मिल सकती हैं. जबकि INDIA ब्लॉक को 131 से 166 सीटें मिलने की उम्मीद है. पांच राज्य ऐसे हैं, जहां अनुमानों में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है. इनमें आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल का नाम शामिल है.