
'रूस के पास क्लस्टर बमों का भंडार, जरूरत पड़ी तो यूक्रेन में करेंगे इस्तेमाल', पुतिन की नई धमकी
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पुतिन ने यूक्रेन को एक बार फिर से धमकी दी है. रूस के राष्ट्रपति ने कहा कि हम क्लस्टर बमों के इस्तेमाल को अपराध मानते हैं, लेकिन पिछले दिनों गोला-बारूद की समस्या झेलने के बावजूद रूस को अब तक इनका इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं पड़ी है. लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो रूस इसका इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हटेगा.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन से जारी जंग के बीच नई धमकी दी है. उन्होंने कहा कि रूस के पास क्लस्टर बमों का पर्याप्त भंडार है. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम यूक्रेन में इन क्लस्टर बमों का इस्तेमाल करेंगे. पुतिन ने सरकारी टीवी से कहा कि मैं यह साफ कर देना चाहता हूं कि रूस में कई प्रकार के क्लस्टर बमों का पर्याप्त भंडार है. हमने अभी तक उनका उपयोग नहीं किया है, लेकिन निश्चित रूप से यदि उनका उपयोग हमारे खिलाफ किया जाता है, तो हम पारस्परिक कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखते हैं.
पुतिन यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि वह क्लस्टर बमों के इस्तेमाल को अपराध मानते हैं, लेकिन पिछले दिनों गोला-बारूद की समस्या झेलने के बावजूद रूस को अब तक इनका इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं पड़ी है. रूस ने कहा कि यूक्रेन में हमारी सेना के खिलाफ दुश्मन देश ने क्लस्टर बमों को तैनात किया था.
पुतिन ने क्यों कराई कब्जे में ली गईं मिसाइलों की जांच?
पुतिन ने यह भी कहा कि उन्हें रूसी विशेषज्ञों द्वारा कब्जे में लिए गए पश्चिमी सैन्य उपकरणों और मिसाइलों की जांच करने में कुछ भी गलत नहीं लगा, इसमें ब्रिटेन द्वारा यूक्रेन को आपूर्ति की गई स्टॉर्म शैडो मिसाइलें शामिल हैं. उन्होंने कहा कि यह जांच इसलिए कराई गई थी, ताकि यह देखा जा सके कि क्या कुछ उपयोगी है जिसका उपयोग रूस अपने सैन्य हथियारों में कर सके.
यूक्रेन ने कहा- हमें अमेरिका से मिली मदद
वहीं, यूक्रेन ने कहा कि उसे अपने सबसे बड़े समर्थक अमेरिका से क्लस्टर बम प्राप्त हुए हैं. यूक्रेन ने कहा कि कीव की सेनाएं जब मोर्चे पर डटी हुईं थी तो उनके पास हथियारों की कमी थी. लेकिन जवाबी कार्रवाई के लिए सैन्य हथियारों की जरूरत थी. हालांकि हमारी ओर से अभी तक क्लस्टर बमों का इस्तेमाल नहीं किया गया है. कीव ने कहा है कि वह अपनी जमीन को वापस लेने के लिए दुश्मन सैनिकों की तैनाती हटाने के लिए क्लस्टर बमों का उपयोग करेगा, लेकिन रूसी क्षेत्र पर उनका उपयोग नहीं करेगा.

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