मुर्शिदाबाद विस्फोट: CID जांच शुरू, CM ममता बोलीं- रिमोट से किया गया ब्लास्ट
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पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद विस्फोट मामले में सीआईडी की जांच शुरू हो गई है. सीएम ममता बनर्जी का आरोप है कि मुर्शिदाबाद में रिमोट कंट्रोल से ब्लास्ट किया गया.
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद विस्फोट मामले में सीआईडी की जांच शुरू हो गई है. शुरुआती छानबीन में विस्फोटक एक बैग में रखे होने की बात सामने आ रही है. सीआईडी सूत्रों के मुताबिक, एक काले बैग में संभवत विस्फोटक प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर रखा हुआ था. इस दौरान 2 नंबर प्लेटफार्म पर लाइट भी बहुत कम थी. मंत्री ज़ाकिर हुसैन के आने पर विस्फोट हुआ. सीआईडी इस बात की जांच कर रही है कि क्या हमलावरों को पहले से पता था कि जाकिर हुसैन इसी प्लेटफॉर्म से जायेंगे. एक प्रत्यक्षदर्शी एजाज हुसैन, जो खुद हमले में घायल है, उसके मुताबिक, उन लोगों ने एक बैग प्लेटफॉर्म पर देखा था और उसे हटाने के दौरान ब्लास्ट हो गया था. मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.