
मालदीव में बढ़ी सियासी लड़ाई: मुइज्जू का अड़ियल रवैया, संसद ने खारिज किया 3 मंत्रियों को, अब फिर से राष्ट्रपति ने किया बहाल
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मालदीव की संसद ने राष्ट्रपति मुइज्जू द्वारा नियुक्त 22 कैबिनेट सदस्यों में से 19 को समर्थन देते हुए उनके पक्ष में मतदान किया. लेकिन इस्लामिक मामलों के मंत्री डॉ. मोहम्मद शहीम अली सईद, आवास, भूमि और शहरी विकास मंत्री डॉ. अली हैदर अहमद और अटॉर्नी जनरल अहमद उशाम सांसद की नियुक्ति खारिज कर दिया था. लेकिन राष्ट्रपति मुइज्जू ने उन्हें फिर से बहाल कर दिया है.
मालदीव में जारी सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. रविवार को मालदीव की संसद ने दो मंत्रियों और अटॉर्नी जनरल की नियुक्ति को खारिज कर दिया था. लेकिन राष्ट्रपति मुइज्जू ने अड़ियल रवैया अपनाते हुए कुछ घंटे बाद ही उन्हें फिर से बहाल कर दिया है.
इससे पहले कैबिनेट अप्रूवल के लिए बुलाए गए स्पेशल सेशन में भी विपक्षी दलों ने चार सांसदों को कैबिनेट में शामिल किए जाने का विरोध किया था. विरोध यहां तक पहुंच गया कि सांसद आपस में ही भिड़ गए और लात-घूंसे चलाते दिखे.
संसद ने किया खारिज, मुइज्जू ने फिर से किया बहाल
मालदीव की न्यूज वेबसाइट के मुताबिक, राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपने मंत्रिमंडल के उन सदस्यों को बहाल कर दिया है जिन्हें विधायी सदन (संसद) ने खारिज करते हुए समर्थन नहीं दिया था. रविवार को मालदीव की संसद ने राष्ट्रपति मुइज्जू द्वारा नियुक्त 22 कैबिनेट सदस्यों में से 19 को समर्थन देते हुए उनके पक्ष में मतदान किया. लेकिन इस्लामिक मामलों के मंत्री डॉ. मोहम्मद शहीम अली सईद, आवास, भूमि और शहरी विकास मंत्री डॉ. अली हैदर अहमद और अटॉर्नी जनरल अहमद उशाम सांसद की नियुक्ति को खारिज कर दिया.
इसके बाद मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अड़ियल रवैया अपनाते हुए संसद के फैसले के कुछ घंटों के बाद ही एक बार फिर से उनकी नियुक्ति कर दी.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों मंत्रियों और अटॉर्नी जनरल ने शपथ भी ले ली है. राष्ट्रपति मुइज्जू के प्रमुख सलाहकार अब्दुल रहीम अब्दुल्ला ने कल ही इसका संकेत दिया था कि सरकार दोनों मंत्रियों और अटॉर्नी जनरल को उनके पदों को बहाल करेगी. उन्होंने कहा था कि राष्ट्रपति के पास संसद द्वारा खारिज किए गए कैबिनेट सदस्य को बहाल करने का विवेकाधिकार है.

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