भारत की स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्ज़ा क्यों कह रही हैं टेनिस को अलविदा
BBC
सानिया मिर्ज़ा ने लंबे टेनिस करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं और भारत के नाम ढेरों ख़िताब जीते हैं. पर अब वो इस खेल से विदा लेना चाहती हैं. क्या हैं वजहें.
भारत में जब भी टेनिस की बात होती है और वह भी महिला टेनिस की तो ले देकर एक ही नाम सबके ज़हन में आता है, और वह नाम है सानिया मिर्ज़ा. उन्होंने शोहरत की बुलंदियों से लेकर विवादों के तमाम दौर देखे हैं, लेकिन अब उन्होंने ख़ुद एलान कर दिया है कि यह उनका आख़िरी सीज़न होगा. उन्होंने यह भी कहा कि पता नहीं वह पूरे सीज़न खेल भी पाएँगी या नहीं.
सानिया मिर्ज़ा साल के पहले ग्रैंडस्लैम टेनिस टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलियन ओपन में यूक्रेन की नादिया विक्टोरिवना किचेनोक के साथ मिलकर महिला युगल के मुक़ाबले खेल रही थीं. सानिया-नादिया की जोड़ी को 12वीं वरीयता भी हासिल थी लेकिन इन्हें पहले ही दौर में ग़ैर वरीयता हासिल जोड़ी स्लोवेनिया की काजा जुवान और तमेरा ज़िदानसेक के हाथों 6-4,7-6 से हार का सामना करना पड़ा.
यह मुक़ाबला एक घंटे 37 मिनट चला. इस मुक़ाबले ने सानिया मिर्ज़ा को एहसास करा दिया कि अब समय आ गया है कि वह अपने टेनिस रैकेट को खूँटी पर टांग दें क्योंकि उनका शरीर उनका साथ नहीं दे रहा है. उन्होंने कहा, "आज मेरे घुटने में दर्द हो रहा है. ऐसा नहीं है कि हम इसके कारण हारे, लेकिन लगता है कि अब उबरने में समय लग रहा है क्योंकि उम्र बढ़ रही है. मेरे अंदर हर दिन के दबाव के लिए ऊर्जा और प्रेरणा पहले जैसी नहीं रही."
15 नवंबर 1986 को हैदराबाद में जन्मी सानिया मिर्ज़ा अब 35 साल से अधिक की हो चली हैं. सानिया मिर्ज़ा ने साल 2019 में बेटे के जन्म के बाद टेनिस में वापसी की, लेकिन कोरोना महामारी ने उनके आगे बढ़ने के रास्ते रोक दिए. सानिया मिर्ज़ा का बेटा तीन साल का है और उन्हें लगता है कि उसके साथ यात्रा करते हुए वह उसे ख़तरे में डाल रही है.
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