
बिना एक कान के पैदा हुई बच्ची, अब 10 साल बाद लैब में तैयार कान लगाएंगे डॉक्टर
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पेम्ब्रोकशायर की 10 साल की बच्ची रडियाह मिया जन्म के समय ही बिना बाएं कान के पैदा हुई थी. इस बीमारी को माइक्रोटिया के रूप में जाना जाता है, जिसका अर्थ है कि उसका बायां कान ठीक से विकसित नहीं हुआ और उसका जन्म हो गया.
मेडिकल साइंस ने आज इतनी तरक्की कर ली है कि अब ना सिर्फ लोगों के हर बीमारी का इलाज संभव है बल्कि अब कृत्रिम अंग भी मनुष्यों को लगाया जा रहा है. इसी क्रम में ब्रिटेन में एक 10 साल की बच्ची को 3डी बायोप्रिंट तकनीक से बने कान को लगाने की तैयारी चल रही है. अगर यह सफल हो जाता है तो यह ब्रिटेन में पहला ऐसा मामला होगा जब किसी मनुष्य को लैब में बनाए गए कान से बिल्कुल असल कान की तरह सुनाई देगा. (सांकेतिक तस्वीर/Getty) दरअसल पेम्ब्रोकशायर की 10 साल की बच्ची रडियाह मिया जन्म के समय ही बिना बाएं कान के पैदा हुई थी. इस बीमारी को माइक्रोटिया के रूप में जाना जाता है, जिसका अर्थ है कि उसका बायां कान ठीक से विकसित नहीं हुआ और उसका जन्म हो गया. (सांकेतिक तस्वीर/Getty) अब इसी बच्ची को मानव निर्मित और लैब में बने 3डी बायोप्रिंट कान लगाने की तैयारी चल रही है. इस रिसर्च पर ब्रिटेन में 2.5 मिलियन पाउंड खर्च किया गया है. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)
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