
'बहुत शॉक्ड हूं, लेकिन...', शुभमन गिल को ड्रॉप करने पर इस दिग्गज का बड़ा बयान, ईशान किशन की जमकर तारीफ की
AajTak
स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल खराब फॉर्म के चलते आगामी टी20 वर्ल्ड कप में भाग नहीं ले पाएंगे. चयनकर्ताओं ने ईशान किशन और रिंकू सिंह जैसे खिलाड़ियों पर भरोसा जताया है, जो घरेलू क्रिकेट में शानदार फॉर्म में रहे हैं.
आईसीसी मेन्स टी20 वर्ल्ड कप 2026 के लिए भारतीय टीम का ऐलान 20 दिसंबर (शनिवार) को किया गया था. टीम की कप्तानी सूर्यकुमार यादव को सौंपी गई है, जबकि अक्षर पटेल को उप-कप्तान बनाया गया है. सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल की टीम से छुट्टी हो गई, जो टी20 इंटरनेशनल में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे. टी20 वर्ल्ड कप 7 फरवरी से 20 मार्च तक भारत और श्रीलंका में खेला जाना है.
शुभमन गिल को टीम से बाहर करना हैरतअंगेज फैसला रहा. भारतीय टीम के पूर्व कप्तान कृष्णमाचारी श्रीकांत ने टी20 वर्ल्ड कप के लिए शुभमन गिल को बाहर किए जाने के फैसले पर हैरानी जताई है. श्रीकांत ने कहा कि वह इस फैसले से बहुत ज्यादा चौंक गए क्योंकि चयनकर्ताओं की तरफ इतना बड़ा और साहसी कदम उठाने की उम्मीद नहीं थी. हालांकि श्रीकांत ने अजीत अगरकर की अगुवाई वाली चयन समिति की जमकर तारीफ भी की. उन्होंने 15 सदस्यीय टीम को 'शानदार' बताते हुए कहा कि शुभमन गिल को अब टी20 क्रिकेट में दोबारा मौका पाने के लिए इंतजार करना होगा.
ज्यादातर फैन्स उम्मीद कर रहे थे कि शुभमन गिल टीम का हिस्सा होंगे, लेकिन चयनकर्ताओं ने बड़ा फैसला लेते हुए उप-कप्तान शुभमन को बाहर कर दिया और लंबे समय बाद ईशान किशन की वापसी कराई. शुभमन इस साल एशिया कप के जरिए टी20 सेटअप में लौटे थे. वापसी के साथ ही उन्हें उपकप्तान भी बना दिया गया था, जिससे टीम मैनेजमेंट का भरोसा साफ झलकता था. लेकिन शुभमन उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए. इस साल उन्होंने 15 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 291 रन बनाए.
संजू अब टॉप ऑर्डर में खेलेंगे शुभमन गिल को प्लेइंग-11 में जगह देने के लिए भारतीय टीम को संजू सैमसन और अभिषेक शर्मा की सफल ओपनिंग जोड़ी भी तोड़नी पड़ी. इसके बावजूद टीम मैनेजमेंट लगातार गिल का समर्थन करता रहा, लेकिन बड़े टूर्नामेंट से ठीक पहले चयनकर्ताओं ने यूटर्न लेते हुए उन्हें बाहर कर दिया, जो भारतीय क्रिकेट में बहुत कम देखने को मिलता है.
अपने यूट्यूब शो पर श्रीकांत ने कहा, 'मैं बहुत ज्यादा शॉक्ड हूं, लेकिन एक शानदार सेलेक्शन है. मुझे उम्मीद नहीं थी कि वे शुभमन गिल को बाहर करेंगे, जबकि उन्हें उपकप्तान बनाया गया था. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी वह उपकप्तान थे. फिर भी, यह शानदार चयन है. अजीत अगरकर और चयन समिति को बधाई. वनडे में गिल शानदार हैं, टेस्ट में उन्होंने इंग्लैंड में ढेर सारे रन बनाए. लेकिन टी20 में वह संघर्ष कर रहे हैं. उनका स्ट्राइक रेट ईशान किशन या दूसरे खिलाड़ियों जैसा नहीं है. यहीं पर अभिषेक शर्मा और संजू सैमसन आगे निकलते हैं. अभिषेक इस समय नंबर-1 हैं, जबकि संजू और ईशान ओपनिंग के साथ विकेटकीपिंग का विकल्प देते हैं.'
कृष्णमाचारी श्रीकांत ने ईशान किशन की वापसी को चयन समिति का बेहतरीन फैसला बताया. ईशान ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी फाइनल में हरियाणा के खिलाफ 46 गेंदों में शतक जड़ा था. श्रीकांत ने कहा, 'ईशान किशन का चयन शानदार है. घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन का इनाम मिला है. उन्होंने सिर्फ रन नहीं बनाए, बल्कि टीम को जिताया. बहुत खुश हूं तुम्हारे लिए, ईशान.'

दुबई में मैच के बाद हाईवोल्टेज ड्रामा, भारतीय प्लेयर्स ने नकवी के हाथ मेडल लेने से किया इनकार, VIDEO
U19 एशिया कप 2025 के फाइनल में पाकिस्तान की बड़ी जीत के बाद PCB चेयरमैन और ACC प्रमुख मोहसिन नक़वी को भारतीय टीम ने मंच साझा न कर नजरअंदाज़ किया. भारतीय खिलाड़ियों ने उनसे मेडल नहीं लिए और अलग अधिकारी से सम्मान प्राप्त किया. यह घटना पहले से चले आ रहे एशिया कप विवाद की पृष्ठभूमि में एक और अहम घटनाक्रम के रूप में सामने आई.

स्मृति मंधाना ने कश्मीर की आरू वैली की एक नन्ही फैन के लिए भावुक संदेश देकर दिल जीत लिया. वहीं, मैदान पर भी वह इतिहास रचने के बेहद करीब हैं. महिला T20I में 4,000 रन पूरे करने से सिर्फ 18 रन दूर. हालिया महिला वर्ल्ड कप में रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन के बाद मंधाना भारतीय महिला क्रिकेट की सबसे बड़ी प्रेरणा बनकर उभरी हैं.

महिला T20 वर्ल्ड कप की तैयारियों की शुरुआत करते हुए भारत की नजर श्रीलंका के खिलाफ T20I सीरीज़ में जीत पर होगी. इस दौरान स्मृति मंधाना 4,000 T20I रन पूरे करने वाली पहली भारतीय बल्लेबाज़ बन सकती हैं, जबकि दीप्ति शर्मा सर्वाधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज़ बनने और 1,000 रन–150 विकेट का ऐतिहासिक डबल पूरा करने से बस कुछ कदम दूर हैं.

ईशान किशन की T20 वर्ल्ड कप 2026 टीम में वापसी सिर्फ़ चयन नहीं, बल्कि आत्ममंथन, अनुशासन और धैर्य की जीत है. आलोचनाओं, कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने और घरेलू क्रिकेट में संघर्ष के बाद, उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन कर चयनकर्ताओं का भरोसा दोबारा जीता. यह वापसी शोर से नहीं, बल्कि मेहनत और परिपक्वता से बनी है. और यही इसे खास बनाती है.









