
फैज़ अहमद फैज़ : एक कवि जो बन गए क्रांतिकारी, जानिए उनके जीवन का रोचक सफर!
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फैज़ अहमद फैज़ का जन्म 13 फरवरी, 1911 में पंजाब के सियालकोट में हुआ था, जो कि अब पाकिस्तान में है.
नई दिल्ली: फैज़ अहमद फैज़ एक शायर, एक लेखक या फिर एक क्रांतिकारी आप इन्हें कुछ भी बोल सकते हैं. फ़ैज़ की लिखी हुई हर नज़्म, हर रचना ने लोगों के अंदर एक अलग छाप छोड़ी है, वो ना सिर्फ़ पाकिस्तान में ही मशहूर हैं बल्कि हिंदुस्तान में भी उनको उसी अदब के साथ पूछा जाता है, उनके चाहने वाले एक मुल्क या एक देश तक ही सीमित नहीं है, पूरी दुनियां में फ़ैज़ की रचनाओं की कद्र की जाती है.
तो आख़िर कौन है फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ फैज़ अहमद फैज़ का जन्म 13 फरवरी, 1911 में पंजाब के सियालकोट में हुआ था, जो कि अब पाकिस्तान में है. फैज़ एक अकादमिक परिवार से थे जो साहित्यिक हलकों में जाना जाता था, उनके घर में अक्सर स्थानीय कवियों और लेखकों की सभा हुआ करती थी. इन सब चीजों का फ़ैज़ के जीवन पर काफ़ी असर पड़ा. उन्होंने सियालकोट में एक ब्रिटिश परिवार द्वारा संचालित एक स्कूल में पढ़ाई की, उन्हें बचपन से ही भाषा का ज्ञान था. 15 साल की उम्र में लाहौर के प्रतिष्ठित सरकारी कॉलेज में दाखिला लिया.

Indian Navy Women Officers: भारतीय नौसेना आज के समय दुनिया में सबसे ताकतवर और खतरनाक सेनाओं में अपना नाम बनाए हुए है. नौसेना ने कई बार देश की सुरक्षा और मिशनों में बड़ी भूमिका निभाई है. दुश्मनों को जवाब देने के लिए नौसेना हमेशा तैयार रहती है. नौसेना में कई ऐसी महिलाएं भी हैं जिन्होंने अपने दम पर इतिहास में नाम दर्ज कराया है.

INS Aridaman: भारतीय नौसेना जल्द ही अपनी सबसे एडवांस्ड न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन INS अरिदमन को फ्लीट में शामिल करने वाली है. नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने पुष्टि की है कि यह पनडुब्बी अब अंतिम ट्रायल्स में है. जल्दी ही ऑपरेशनल हो जाएगी. अरिहंत-क्लास की यह तीसरी SSBN सबमरीन अब तक की सबसे शक्तिशाली मानी जा रही है. जो भारत की परमाणु क्षमता को एक नए स्तर पर पहुंचाने वाली है.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?








