'प्रधानमंत्री राजस्थान आएंगे तो यही भाषा बोलेंगे...', जयंत चौधरी का बीजेपी की डबल इंजन सरकार पर निशाना
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जयंत चौधरी ने धौलपुर में आयोजित किसान सम्मेलन में भाग लिया. किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने मोदी सरकार को किसान विरोधी बताया. साथ ही मुज्जफरनगर की घटना को बेहद शर्मनाक बताकर टीचर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
राजस्थान में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनेता अब सक्रिय होने लग गए हैं. इस कड़ी में रविवार को राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने धौलपुर में आयोजित किसान सम्मेलन में भाग लिया. किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने मोदी सरकार को किसान विरोधी बताया. साथ ही मुज्जफरनगर की घटना को बेहद शर्मनाक बताकर टीचर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
जयंत चौधरी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को किसान की चिंता नहीं है. किसानों में बचत करने की हैसियत नहीं है. वह सिर्फ खर्च करता है. किसान जब खर्च करता है तो सबको राहत मिलती है. देश में बहुत चीज बदल गई और आधुनिक भारत है और कुछ लोग नया भारत का नारा दे रहे हैं. नए भारत में क्या-क्या चीज खराब हो रही है, उन पर हम लोगों की नजर है. लेकिन जैसा भी है, देश बदल रहा है.
'सरकारों ने किसानों की अनदेखी की'
उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह कहते थे देश के विकास और तरक्की का रास्ता खेत और किसान से है. लेकिन किसानों की सरकारों ने अनदेखी की है. अब वो घड़ी आ गई है जब देश के प्रधानमंत्री से सवाल करें और उनको जवाब भी देने पड़ेंगे. देश के प्रधानमंत्री की नियत में खोट है. नीति बनाने वाले प्रधानमंत्री नहीं हैं, उनके साथ जो 20 साल से सरकारी तंत्र लगा हुआ है, वो है. प्रधानमंत्री तीन कानून लाए और देश के किसानों ने कानूनों का विरोध किया. किसान के लिए दाम कम और प्रधानमंत्री की लॉबी के लोग जो बड़ा व्यापार करते हैं उनके हाथ में फसल पहुंच है तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत बढ़ जाती.
'प्रधानमंत्री ने देश के लोगों को खोखला कर दिया'
जयंत चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों की आय के डेटा को भी रोक रखा और आज आरटीआई कानून को कमजोर करने के लिए कानून ला रहे हैं. ऐसा कानून ला रहे हैं कि अगर कोई सवाल पूछेगा तो उसको उल्टा कर दिया जाएगा. जो पत्रकार ईमानदारी से पत्रकारिता करेगा, उसे जेल में डाल दिया जाएगा और इतना डरा कर रखो कि कोई सवाल ही नहीं पूछ सके. प्रधानमंत्री ने देश के लोगों को खोखला कर दिया. ऐसा भारत देश नहीं था. देश में छुटपुट घटनाएं रोजाना हो रही है. अब वक्त आ गया है कि हम नजर ना मोड़ें.
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