पुलिस पर हमला, ISIS कनेक्शन और दोषी को फांसी... जानें, गोरखनाथ मंदिर के बाहर क्या हुआ था उस दिन?
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यूपी के गोरखनाथ मंदिर के बाहर पुलिसवालों पर हमला करने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी को लखनऊ की एनआईए कोर्ट ने दोषी ठहराया है और फांसी की सुनाई है. अहमद मुर्तजा अब्बासी ने साल 2015 में आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की थी. उसके बाद वो दो बड़ी कंपनियों में नौकरी कर चुका है और ऐप डेवलपर भी था.
यूपी के गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने वाले मुर्तजा को एनआईए (NIA) कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है. आरोपी मुर्तजा के खिलाफ यूएपीए (UAPA) के तहत केस चल रहा था. उसे एक आतंकी मानकर सोमवार को NIA कोर्ट ने फैसला सुनाया. हालांकि, परिवार अभी भी उसे एक मानसिक रोगी बता रहा है. आइए जानते हैं कि गोरखनाथ मंदिर के बाहर आखिर क्या हुआ था उस दिन?
3 अप्रैल 2022, गोरखनाथ मंदिर, गोरखपुर
उस दिन देर शाम का वक्त था. गोरखनाथ मंदिर के बाहर रोज की तरह-चहल पहल थी. मंदिर के बाहर पुलिस और पीएसी के जवान रुटीन चेकिंग कर रहे थे. तभी एक शख्स वहां पहुंचा और जबरन गोरखनाथ मंदिर में घुसने की कोशिश करने लगा. जब पीएसी के जवानों ने उसे रोकना चाहा तो उसने एक तेजधार हथियार निकाला और हमला कर दिया. इसमें पीएसी के एक जवान के पैर और दूसरे की पीठ में जख्म आ गए. मौके पर मौजूद आसपास के लोगों ने हमलावर को पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी, जिससे हमलावर भी घायल हो गया. दोनों सिपाहियों के साथ हमलावर को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया.
गोरखपुर का ही रहने वाला है आरोपी
हिरासत में लिए गए शख्स के बारे में बताया गया कि वो मुंबई से आया था. उसके पास से एक लैपटॉप भी बरामद हुआ था. उसकी पहचान अहमद मुर्तजा अब्बासी के तौर पर हुई. वह मूलत: गोरखपुर का ही रहने वाला है और उस वक्त मुंबई से लौटा था. उसका परिवार गोरखपुर में रहता है. शुरुआती पूछताछ में परिवार ने पुलिस के आला अफसरों को बताया कि आरोपी मुर्तजा अब्बासी दिमागी तौर पर ठीक नहीं है.
क्यों किया था हमला?
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